मुंबई : ED दफ्तर को शिवसेना ने बताया भाजपा प्रदेश कार्यालय, लगाया BJP का पोस्टर

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मुंबई : महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना का गठबंधन टूटने के बाद से ही लगातार दोनों पार्टियां एक दूसरे के निशाने पर बनी हुई है. एक बार फिर दोनों के बीच तकरार देखने को मिली है. पीएमसी बैंक घोटाला मामले (PMC BAnk Scam) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा शिवसेना संसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को नोटिस थमाए जाने के चलते दोनों पार्टियां आमने-सामने है.

वर्षा राउत को नोटिस थमाए जाने के बाद से दोनों पार्टियां एक दुसरे पर हमलावर है. इसी बीच भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा वार करते हुए मुंबई में सोमवार को शिवसेना ने ईडी दफ्तर के बाहर भाजपा प्रदेश कार्यालय लिखा हुआ बैनर लगा दिया. शिवसेना के इस कारनामे के बाद प्रदेश में सियासी पारा और अधिक चढ़ गया है. बता दें कि, ईडी ने शिवसेना नेता संजय राउत की पत्नी को 29 दिसंबर को पेश होने का आदेश दिया है. बता दें कि, वर्ष को यह तीसरा नोटिस दिया गया है. इससे पहले इस मामले में ED द्वारा दो और नोटिस उन्हें भेजे गए थे.

क्या है मामला ?

दरअसल, मामला यह है कि, सितंबर 2019 में पीएमसी बैंक में कथित रूप से 4355 करोड़ रुपए का फर्जीवाड़ा सामने आया था. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा इस मामले में मोर्चा संभालते हुए इस बैंक की निकासी की सीमा तय करने सहित कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए थे. जानकारी मिली है कि, इस मामले में राउत की पत्नी का नाम भी सामने आया है और फिलहाल उनसे ED ने पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है. ED इस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई झाई.

भाजपा नेता किरीट सोमैया ने राउत से पूछे सवाल…

राउत की पत्नी का इस मामले में नामा सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता किरीट सोमैया ने कहा कि, ‘ईडी यदि यह पूछता है कि आपके परिवार को 55 लाख रुपए एचडीआईएल से कैसे और किसलिए मिले तो इसमें गलत क्या है?’ इसके पहले कांग्रेस नेता सचिन सावंत ने कहा कि भाजपा राजनीतिक बदले की भावना के तहत अपने विरोधी दलों को परेशान करने के लिए जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है. वहीं मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ने कहा, ‘घर की महिलाओं को निशाना बनाना कायर की निशानी है. हम किसी से डरने वाले नहीं है और उसी तरह से जवाब देंगे. ईडी को कुछ कागजात चाहिए थे, जिन्हें हमने समय पर दे दिया.’