श्री राममंदिर निर्माण के चंदे पर शिवसेना का वार, कहा- ‘राजनीतिक नाटक’ बंद होना चाहिए

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मुंबई : महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना का गठबंधन टूटने के बाद से प्रदेश की सत्तारुढ़ पार्टी शिवसेना लगातार अपनी पूर्व सहयोगी पार्टी भाजपा पर हमलावर है. एक बार फिर इशारों-इशारों में शिवसेना ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है. सोमवार को शिवना ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा है कि, अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए लोगों से चंदा एकत्र करने की जो मुहिम चल रही है, वह अगले लोकसभा चुनाव के सामान है.

दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी ने भी पलटवार करते हुए शिवसेना के इस बयान को सिरे से ख़ारिज कर दिया है. भाजपा ने शिवसेना के आरोपों का जवाब देते हुए कहा है कि, इस मुद्दे का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है. शिवसेना पर आरोप लगाते हुए बीजेपी ने कहा है कि, शिवसेना ने राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन और फिर चंदा एकत्र करने की मुहिम में बढ़ा उत्पन्न की है.

शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा है कि, ‘लोगों से चंदा एकत्र करने का मामला सीधा-सरल नहीं है. यह राजनीतिक है.’ सामना में बिना किसी राजनीतिक दल का नाम लिए हुए लिखा गया है कि, ‘मंदिर का निर्माण किसी राजनीतिक दल के राजनीतिक हित के लिए नहीं किया जा रहा है, बल्कि इसे देश में हिंदू गौरव की पताका फहराने के लिए किया जा रहा है.’

सामना में आगे लिखा गया है कि, ‘इस जनसंपर्क कार्यक्रम का मकसद भगवान राम की आड़ में 2024 लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करना है.’ इसमें बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले का भी जिक्र किया गया है. शिवसेना ने कहा है कि, ‘बाल ठाकरे की प्रेरणा से बाबरी मस्जिद की गुबंद पर हथौड़ा’ चला था. यह भी लिखा गया है कि, श्री राम मंदिर निर्माण के लिए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एलके आडवाणी ने रथ यात्रा की थी.

दूसरी ओर शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने सोमवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि, ‘घर-घर जाकर भगवान के नाम पर चंदा मांगना राम मंदिर और हिंदुत्व का अपमान है.’ आगे उन्होंने भड़कते हुए कहा कि, भगवान राम के नाम पर ‘राजनीतिक नाटक’ बंद हो जाना चाहिए.