नई दिल्ली : 28 साल के लंबे इंतज़ार के बाद बुधवार को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने फ़ैसला सुनाते हुए सभी आरोपियों को बरी कर दिया है. इसके साथ ही विपक्षी दलों के भी इस मामले पर बयान सामने आ रहे हैं. हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी जहां इस फैसले के विरोध में खड़े नज़र आए तो वहीं शिवसेना ने अदालत के फैसले का स्वागत किया है.
फ़ैसला आने के बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के मुखिया और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस फ़ैसले को भारतीय न्यायपालिका के लिए काला दिन करार दिया. वे इस फ़ैसले से नाख़ुश नज़र आए. साथ ही उन्होंने इस फ़ैसले को चुनौती देने की बात भी कही.
शिवसेना नेता संजय फरौत ने सीबीआई की स्पेशल अदालत के इस ऐतिहासिक फ़ैसले का स्वागत किया है और उन्होंने मामले में सभी 32 आरोपियों को बधाई दी है. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि, आडवाणी जी, मुरली मनोहर जी, उमा भारती जी और मामले में बरी हुए सभी लोगों को बधाईयां. अगर बाबरी को ढहाया नहीं जाता तो फिर राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन कैसे होता.