इंदौर : मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना केवल शरीर नहीं तोड़ता बल्कि आर्थिक रुप से भी तोड़ देता है। इसलिये पीड़ितों की आर्थिक सहायता हेतु प्रदेश में मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना क्रियान्वित की जा रही है, इसी के साथ ही आयुष्मान भारत योजना का विस्तार कर निशुल्क इलाज की व्यवस्था की गई है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन भी पात्र हितग्राहियों के आयुष्मान कार्ड नहीं बने हैं उनका कार्ड अनिवार्य रूप से बनाए जाए और उन्हें आयुष्मान योजना के तहत निशुल्क इलाज उपलब्ध हो यह सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस के मरीजों के निशुल्क इलाज की व्यवस्था भी राज्य शासन द्वारा की जा रही है। उन्होंने संभाग के सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए कि वे निजी अस्पताल जो आयुष्मान योजना से जुड़े हुए हैं, वहां पात्र हितग्राहियों को इस योजना का लाभ दिया जाए यह अवश्य सुनिश्चित करें। उन्होंने इस योजना के सफल क्रियान्वयन की नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश प्रभारी मंत्रियों को दिए।
उन्होंने कहा कि जिलों में पोस्ट कोविड केयर सेंटर स्थापित किए जाएं। इन सेंटर पर ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीज एवं ऐसे मरीज जिन्हें खून के थक्के जम रहे हैं, उनकी जांच की जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर की पूरी तैयारी हमें अभी से पूरी करनी है। जिसके अंतर्गत बच्चों के इलाज के लिए प्रथक से वार्ड तैयार किए जाए और उनके साथ उनके मां के रहने की भी व्यवस्था भी इन वार्ड में की जाए।
कोविड महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों को प्रतिमाह मिलेगी 5 हजार रुपए की पेंशन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोविड महामारी के कारण जो बच्चे अनाथ हो गए हैं उनकी सूची जिला प्रशासन द्वारा तैयार की जाए। ऐसे सभी बच्चों को शासन द्वारा 5 हजार रुपए प्रतिमाह पेंशन के रूप में दिए जाएंगे तथा निशुल्क राशन एवं शिक्षा का लाभ भी दिया जाएगा।
विधानसभा क्षेत्रों में चलाए जाएंगे जागरण रथ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि झोलाछाप डॉक्टरों के प्रति दो दृष्टिकोण हो सकते हैं। एक कि उन पर रोक लगा के कार्रवाई की जाए। दूसरा की झोलाछाप डॉक्टरों को मिनिमम ट्रेनिंग देके उनका जरूरी काम में सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा कि सभी विधायकगण अपने संबंधित विधानसभा क्षेत्रों में जागरण रथ चलवा कर जनता को जागरूक करने का प्रयास करें। संक्रमण कम होने के बाद भी कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने हेतु उचित व्यवहार बनाये रखने के लिये जनता को जागरूक करना अति आवश्यक है।
बैठक में जल संसाधन मंत्री तथा इंदौर जिले के प्रभारी श्री तुलसीराम सिलावट, पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, सांसद श्री शंकर लालवानी, विधायक श्री रमेश मेंदोला, श्री आकाश विजयवर्गीय, श्रीमती मालिनी लक्ष्मणसिंह गौड़, श्री महेन्द्र हार्डिया, विधायक श्री जीतू पटवारी, पूर्व विधायक श्री सुदर्शन गुप्ता, श्री जीतू जिराती तथा डॉ. राजेश सोनकर, श्री गौरव रणदीवे, श्री कृष्णमुरारी मोघे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कविता पाटीदार, इंदौर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष श्री मधु वर्मा, श्री विनय बाकलीवाल और अन्य जनप्रतिनिधि संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, आईजी श्री हरिनारायणचारी मिश्र, कलेक्टर श्री मनीष सिंह, डीआईजी श्री मनीष कपूरिया, राज्य स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे आदि मौजूद थे। बैठक में संभाग के जिलों की जिला स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य भी मौजूद थे।