महांकाल मंदिर में नौ दिन तक चलेगा शिव नवरात्रि का त्यौहार, इस दिन से होगी शुरुआत

Rishabh
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उज्जैन: भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक प्रमुख स्थान रखने वाले मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित ‘महाकालेश्वर’ मंदिर जहां देश विदेश से श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए उज्जैन आते है। शिप्रा नदी के किनारे बाबा महांकाल के मंदिर पर इस साल के महापर्व शिवरात्रि की तैयारी बड़े जोरो शोरो से शुरू हो चुकी है इस ख़ास दिन कालो के काल बाबा महाकाल के दर्शन करने आस पास के शहरों के अलावा बाहरी राज्यों यहाँ तक की विदेशो से भी लोग उज्जैन आते है। शिवरात्रि का त्यौहार इसलिए भी ख़ास है क्योंकि इस दिन भगवान शिव की विवाह हुआ था इसलिए उज्जैन में इसे विवाह उत्सव के रूप में बड़े धाम से मनाया जाता है।

बता दे कि उज्जैन में बाबा महांकाल मंदिर में इस साल की महा शिवरात्रि महोत्सव की तैयारी शुरू हो गयी है। उज्जैन में शिव विवाह का उत्सव शिव नवरात्रि यानि कि नौ दिन तक चलता है, इसकी ख़ास बात ये है कि महांकाल मंदिर दुनिया का एकमात्र शिव मंदिर है जहां बाबा भोलेनाथ महाकाल का विवाह उत्सव इतने लंबे समय तक चलता है और बाबा के हल्दी उबटन से लेकर बारात तक की रस्में पूरी की जाती हैं।

इस साल की शिवरात्रि के लिए विश्व विख्यात ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल का विवाहोत्सव 3 मार्च से शुरू जाएगा, जिसकी तैयारी अब अंतिम दौर में है। बता दे कि इस साल शिवरात्रि 11 मार्च को है और महाकाल के दरबार में शिवरात्रि महापर्व के तौर पर मनायी जाती है।इस दिन उज्जैन में बाबा के दर्शन के लिए भक्ति जा जमावड़ा कागा होता है, हर कोई बाबा की एक झलक पाने का बेताब होता है।

शिव नवरात्रि का त्यौहार-
उज्जैन में महांकाल ज्योतिर्लिंग को शिव नवरात्रि के दौरान नौ दिन तक बाबा का रोज नये स्वरूप में अलौकिक श्रृंगार किया जाता है, इसे देखने देश भर से लाखों श्रद्धालु उज्जैन पहुंचते हैं, इस नो दिनों में बाबा की शादी की हर रस्म पूरे रीति-रिवाज और श्रद्धा भक्ति के साथ की जाती हैं। जिसकी तैयारी अब संपन्न होने में है और अब बाबा के भक्तो को शिवरात्रि का इंतजार है.

 

शिवरात्रि और दूल्हा बनेंगे बाबा महाकाल-
सालो से शिवरात्रि को लेकर महाकाल मंदिर में परंपरा है कि हर हिंदू पर्व यहां पूरे देश दुनिया से सबसे पहले मनाया जाता है। शिव नवरात्रि के दौरान बाबा का रोज नये स्वरूप में अद्भुत-अलौकिक श्रृंगार किया जाता है, शिवरात्रि से पहले महाकाल की शादी की रस्में होंगी.उन्हें हल्दी-उबटन भी चढ़ेगा और फिर धूमधाम से बारात भी निकलेगी। जिसे देखने लाखो श्रद्धालु उज्जैन आएंगे।