उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में शिवरात्रि को नवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। नौ दिनों में बाबा को विभिन्न रूपों में सजाया जाता है। अंतिम दिन महाशिवरात्रि को बाबा महाकाल को दूल्हे के रूप में दर्शन देते हैं। माता पार्वती के साथ उनके विवाह को देखने के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है।कलेक्टर आशीष सिंह की पहल पर कल से शुरू हो रहे शिवरात्रि महोत्सव को लेकर ऑनलाइन राजा महाकाल के दर्शन रोजाना ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालुओं तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा।
नौ दिन राजा महाकाल के विविध एवम अधभूत रूप –
3 मार्च को वस्त्र एवं चंदन
4 मार्च को शेषनाग
5 मार्च को घटाटाेप
6 मार्च को छबीना
7 मार्च को हाेल्कर
8 मार्च को मनमहेश
9 मार्च को उमा-महेश ( अर्द्धनारीश्वर)
10 मार्च को शिव तांडव
11 मार्च को महाशिवरात्रि