महाराष्ट्र की सत्ताधारी पार्टी शिवसेना ने मस्जिदों पर लगे लाउड स्पीकर्स पर आपत्ति जताई है और शिवसेना ने केंद्र सरकार से इन्हें प्रतिबंधित किए जाने की मांग की है. शिवसेना के मुखपत्र में यह मुद्दा उछाला गया है. शिवसेना ने कहा है कि मोदी सरकार मस्जिदों के लाउडस्पीकरों (loudspeakers of mosques) पर रोक लागए और सरकार इसके लिए अध्यादेश लाए. शिवसेना ने इसके पीछे ध्वनि प्रदूषण का हवाला दिया है. शिवसेना में मुखपत्र सामना में लिखा है कि ध्वनि प्रदूषण के नियम सभी के लिए जरूरी है और इसलिए सरकार को अध्यादेश लाकर मस्जिदों में बज रहे लाउड स्पीकर प्रतिबंधित करने चाहिए.
मुखपत्र ‘सामना’ (Saamana) में छपे लेख में बताया गया है कि देश में ध्वनि प्रदूषण में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है. शिवसेना ने मस्जिदों में बज रहे लाउड स्पीकर्स को इसका सबसे बड़ा कारण माना है. सामना में लिखा है कि इससे देश में पर्यावरण संरक्षण और ध्वनि प्रदूषण से जुड़ी समस्याएं बढ़ती ही जा रही है. अतः केंद्र सरकार इसके चलते अध्यादेश लाए और मस्जिदों के लाउड स्पीकर्स पर रोक लगाए.
शिवसेना नेता ने कहा था- अजान सुनना पसंद है
इससे पहले हाल ही में शिवसेना की दक्षिण मुंबई इकाई के प्रमुख पांडुरंग सकपाल ने एक उर्दू न्यूज पोर्टल को दिए अपने साक्षात्कार में कहा था कि, ”मैं दक्षिण मुंबई में एक मुस्लिम कब्रिस्तान के पास रहता हूं और मुझे ‘अज़ान’ (Ajan) का पाठ बहुत अच्छा लगता है और मैं इसे सुनना पसंद करता हूं’. सकपाल के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी ने शिवसेना को आड़े हाथों लिया था. ऐसे में अब शिवसेना ने मस्जिदों के लाउड स्पीकर्स पर प्रतिबंध लागए जाने की केंद्र सरकार से मांग कर दी.
उद्धव सरकार का बड़ा ऐलान, बदले जाएंगे जाति आधारित कॉलोनियों के नाम…
महाराष्ट्र की उद्धव सरकार ने हाल ही में एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि प्रदेश में जितनी भी कॉलोनियों के नाम जातियों पर आधारित है, उन सभी के नाम में बदलाव किया जाएगा. बता दें कि बुधवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कैबिनेट की बैठ ली थी. इस दौरान सरकार ने इस प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की.