राष्ट्रीय और वैश्विक घटनाओं का शेयर बाजार पर असर पड़ता है। भारत में लोकसभा चुनाव भी इसका अपवाद नहीं हैं। देश में कौन सी सरकार आएगी? शेयर बाजार का उतार-चढ़ाव भी इसी पर निर्भर करता है। क्योंकि आर्थिक नीति सरकार के हिसाब से तय होती है। भारत में चल रहे लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित किये जायेंगे। सात में से पांच चरण के चुनाव हो चुके हैं।
देश में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए और कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन के बीच लड़ाई चल रही है। दोनों तरफ से जीत-हार के दावे-प्रतिदावे चल रहे हैं। लोकसभा चुनाव अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। अभी भी दो चरणों का मतदान बाकी है। हालांकि, उससे पहले ही शेयर बाजार ने अपना रुख दिखाना शुरू कर दिया है। सेंसेक्स 75 हजार के पार पहुंच चुका है। निफ्टी ऑल टाइम हाई पर है। आज के कारोबारी सत्र में निफ्टी ने 22,841 का अब तक का उच्चतम स्तर छू लिया है।
‘पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ देगा’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक मीडिया हाउस को इंटरव्यू देते हुए कहा कि चुनाव नतीजे आने दीजिए। बाजार अपने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ देगा।
सेंसेक्स, निफ्टी का नया रिकॉर्ड
आज सुबह बाजार खुला, उस समय बाजार में तेजी थी। सुबह के सत्र में 30 शेयरों वाला BSE सूचकांक 41.65 अंक बढ़कर 74,262.71 पर पहुंच गया। दोपहर 1 बजे के करीब SENSEX 75 हजार के पार पहुंच गया। NSE NIFTY 20.1 अंक ऊपर 22,617.90 पर बंद हुआ। देखते ही देखते NIFTY ने 22,841 अंक को छूकर सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए।