उज्जैन: शनिश्चरी अमावस्या पर 13 मार्च को त्रिवेणी मुख्य घाट पर फव्वारों से ही स्नान हुआ । घाट पर महिला एवं पुरुषों के स्नान के लिए पृथक पृथक व्यवस्था की गई है । साथ ही जो श्रद्धालु स्नान के बिना सीधे दर्शन करना चाहते थे उनके लिए अलग बेरिकेटिंग की व्यवस्था की गई । जो लोग स्नान के उपरांत दर्शन करना चाहते थे उनके लिए पृथक से व्यवस्था की गई।
पहली बार स्थान स्थान पर अलग-अलग तीन तरह की डस्टबिन रखी गई जिनमें कपड़े जूते एवं अन्य सामग्री दर्शकों द्वारा छोड़ी गई। कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ला के मार्गदर्शन में एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र सिंह निरंतर व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे है।
एसडीएम जगदीश मेहरा एवं तहसीलदार अनिरुद्ध मिश्रा बताया ने बताया कि घाटों पर स्नान के लिए पर्याप्त मात्रा में फव्वारे लगाए गए है । विभिन्न स्थानों पर साइनेज लगाए गए व एग्जिट गेट एवं अन्य स्थानों पर पेयजल की व्यवस्था केन के माध्यम से की गई है ।घाट पर डूबने से बचने के लिए ट्यूब्स लगाई गई हैं । मंदिर परिसर से अनधिकृत व्यक्तियों को बाहर कर दिया गया है।
श्रद्धालुओं के आगमन के रास्ते पर यह पहली बार हुआ है कि शनि मंदिर पर दर्शनार्थियों के प्रवेश एवं निर्गम के बीच के स्थान के बैरिकेटिंग में मेंटिंग लगाई गई है। जिससे गर्मी में दर्शनार्थियों के पांव न जले साथ ही विभिन्न तीन स्थानों पर एलईडी लगाकर दर्शन की व्यवस्था की गई है। कूड़ेदान ,जूते वह कपड़े छोड़ने के लिए अलग-अलग डस्टबिन रखी गई है । विभिन्न घाटों पर तैराकों को तैनात किया गया है। जिससे किसी भी अनहोनी को रोका जा सके.
इंदौर जिले के देपालपुर से परिवार सहित दर्शन करने आए नरेंद्र सिंह कहते हैं कि उन्हें पहली बार यहां पर बहुत ही सुकून से दर्शन हुए .कहीं कोई परेशानी नहीं आई .उन्होंने बताया कि महिलाएं पुरुषों के स्नान के लिए अलग-अलग घाटों पर की गई व्यवस्था बहुत ही कारगर सिद्ध हुई है. वे बताते हैं कि इस बार अलग-अलग तरह की रखी गई डस्टबिन से भी लोगों को सुविधा हुई । दर्शनार्थियो को अपने कपड़े व जूते दान करने में आसानी हुई और कहीं गंदगी नजर नहीं आई । सिंह कहते हैं कि वे कई बार पहले भी शनिचरी अमावस्या पर आते रहे हैं किंतु इस बार की व्यवस्था है निश्चित रूप से बेहतर है.