शनि को न्याय और कर्मफल का देवता माना जाता है। शनि को प्रसन्न करके व्यक्ति जीवन के कष्टों को कम कर सकता है। ऐसा माना जाता है कि जब भी कभी ग्रहों में किसी तरह का कोई बदलाव होता है तो इसका सीधा असर हमारी राशि पर पड़ता है। जिस वजह से कुंडली पर शनि बैठ जातें हैं और ऐसे में व्यक्ति के जीवन में दुख भी आ सकते हैं तो खुशियां भी आ सकती हैं।
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार शनि के नाराज होने से व्यक्ति के जीवन पर गहरा असर पड़ता है। शनिदेव प्रसन्न होते हैं तो बिगड़े हुए काम बन जाते हैं और सफलता भी प्राप्त होती है। वहीं शनि के राशि परिवर्तन के साथ ही कुछ राशियों पर शनि की साढ़े साती और कुछ राशियों पर शनि ढैय्या शुरू होती है।
शनि गोचर से एक साथ पांच राशियां प्रभावित होती हैं। शनि करीब ढाई साल में एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं। जबकि राशि चक्र शनि का करीब 30 साल में पूरा होता है। जानिए किन राशि वालों पर 4 साल शनि की साढ़े साती और शनि ढैय्या का नहीं होगा प्रभाव…
शनि राशि परिवर्तन कब होगा
शनि वर्तमान में मकर राशि में विराजमान हैं। इस समय धनु, मकर और कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़े साती का प्रभाव है। जबकि मिथुन और तुला राशि वालों पर शनि ढैय्या चल रही है। शनि 29 अप्रैल 2022 को मकर से कुंभ राशि में गोचर करेंगे। शनि गोचर के साथ ही धनु राशि से शनि की साढ़े साती हट जाएगी और मीन राशि पर शनि की महादशा शुरू होगी।
इन राशियों पर नहीं डालेंगे शनि बुरा प्रभाव
2021 से 2024 तक शनि वृषभ, सिंह, मेष और कन्या राशि वालों पर बुरा प्रभाव नहीं डालेंगे। इस दौरान इन राशियों पर शनि की साढ़े साती और शनि ढैय्या नहीं शुरू होगी।