शनि को न्याय और कर्मफल का देवता माना जाता है। शनि को प्रसन्न करके व्यक्ति जीवन के कष्टों को कम कर सकता है। ऐसा माना जाता है कि जब भी कभी ग्रहों में किसी तरह का कोई बदलाव होता है तो इसका सीधा असर हमारी राशि पर पड़ता है। जिस वजह से कुंडली पर शनि बैठ जातें हैं और ऐसे में व्यक्ति के जीवन में दुख भी आ सकते हैं तो खुशियां भी आ सकती हैं।
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार शनि के नाराज होने से व्यक्ति के जीवन पर गहरा असर पड़ता है। शनिदेव प्रसन्न होते हैं तो बिगड़े हुए काम बन जाते हैं और सफलता भी प्राप्त होती है। ज्योतिषों के मुताबिक, मकर राशि में शनि वर्तमान समय में गोचर कर रहे हैं। ऐसे में वर्ष 2021 में शनि देव का कोई राशि परिवर्तन नहीं है। शनि देव का इस वर्ष सिर्फ नक्षत्र परिवर्तन है। मौजूदा समय में शनि देव श्रवण नक्षत्र में विराजमान हैं। शनि देव को ज्योतिष शास्त्र में विशेष ग्रह माना गया है।
सावन 2021 –
आपको बता दे, सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। ऐसे में शनिदेव भोलेनाथ के परम भक्त हैं। इसलिए सावन में पड़ने वाले शनिवार के दिन पूजा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं। कहा जाता है कि इस दिन शनि देव से जुड़ी चीजों का दान भी करना चाहिए। वहीं इस महीने में आने वाला शनिवार यानी 7 अगस्त 2021 को शनिवार का दिन है। इस दिन शनि देव को शांत करने के लिए शनि चालीसा और शनि मंत्रों का जाप करना चाहिए।
शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या –
ज्योतिषों के अनुसार, मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैय्या और धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। साथ ही जिन लोगों की जन्म कुंडली में शनि अशुभ हैं या फिर शनि की दशा- अंर्तदशा चल रही है, वे इस दिन शनि देव की पूजा कर सकते हैं।