अन्नदाताओं के मैदान में शाहीन बाग वाली दादी, कहा- हम किसानों की बेटियां हैं

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नई दिल्ली : किसान आंदोलन जिस तरह आगे बढ़ रहा है, एक के बाद एक लोगों का भारी मात्रा में इसे समर्थन मिल रहा है. अब तक देश की कई बड़ी हस्तियों ने इस पर अपनी बात रखकर अन्नदाताओं के आंदोलन को समर्थन दिया है. इसी कड़ी में अब शाहीन बाग वाली बिलकिस दादी का भी नाम जुड़ गया है. किसानों को समर्थन देते हुए बिलकिस ने कहा है कि हम किसानों की बेटियां है. सरकार को हमारी बात सुननी चाहिए.

बता दें कि किसान आंदोलन के समर्थन में न केवल बिलकिस दादी ने बयान दिया है, बल्कि वे खुद भी इस विरोध प्रदर्शन का हिस्सा बनी है. इसके लिए बिलकिस दादी मंगलवार शाम को सिंधु बॉर्डर पहुंचीं है. जहां भारी मात्रा में किसान बीते छह दिनों से केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं.

शाहीन बाग से आई थी सुर्ख़ियों में…

बता दें कि बिलकिस दादी को शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आंदोलन में धरने पर बैठने के बाद पहचान मिली थी. इस दौरान देश-दुनिया अक ध्यान बिलकिस ने अपनी ओर खींचा था. गौरतलब है कि साल 2019 में केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन एक्ट पास किया गया था, इसे लेकर कई लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था. सबसे जबरदस्त विरोध दिल्ली के शाहीन बाग में दर्ज किया गया था. जहां कई सप्ताह तक आंदोलन चला था. इस दौरान बिलकिस दादी भी इसका हिस्सा बनी थी.

टाइम मैग्जीन के 100 प्रभावशाली लोगों की लिस्ट में हुई थी शामिल…

शाहीन बाग वाली दादी को इसके बाद एक बड़ी पहचान और मिली थी. जब उन्हें प्रतिष्ठित टाइम मैगजीन ने अपनी 100 प्रभावशाली लोगों की सूची में स्थान दिया था. इसके बाद एकाएक देश-दुनिया में उनका नाम सुर्ख़ियों में आया था.

किसान आंदोलन की बात करें तो फिलहाल नई दिल्ली के विज्ञान भवन में मोदी सरकार और 35 किसान प्रतिनिधियों के बीच बातचीत चल रही है. ताजा जानकारी के मुताबिक़, सरकार द्वारा किसानों को कमेटी बनाए जाने के लिए कहा गया था, हालांकि यह ऑफर किसानों द्वारा ठुकरा दिया गया है. इससे पहले सरकार ने किसान प्रतिनिधियों को MSP, APMC एक्ट आदि के बारे में समझाया है.