स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के सौन्दर्यीकरण में हो आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल : सचिव मिश्रा

Shivani Rathore
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उज्जैन : भारत सरकार की हाउसिंग एण्ड अर्बन अफेयर्स मिनिस्ट्री के सचिव श्री डीएस मिश्रा ने शुक्रवार को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अन्तर्गत विभिन्न निर्माणाधीन कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने निर्देश दिये कि सौन्दर्यीकरण के कार्य में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाये। साथ ही रूद्र सागर के गहरीकरण से निकलने वाली मिट्टी का उपयोग लैंडस्केप तैयार करने में किया जाये। सचिव श्री मिश्रा ने प्रोजेक्ट के अन्तर्गत निर्माणाधीन कार्यों की प्रशंसा की। निरीक्षण के दौरान संभागायुक्त श्री संदीप यादव, कलेक्टर श्री आशीष सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री क्षितिज सिंघल, यूडीए सीईओ श्री एसएस रावत तथा स्मार्ट सिटी एवं नगर निगम के अधिकारीगण मौजूद थे।अधिकारियों द्वारा त्रिवेणी संग्रहालय के पास मृदा फेज-1 के अन्तर्गत बनाये जा रहे पार्किंग स्थल का अवलोकन किया गया। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने श्री मिश्र एवं नईदिल्ली से आये अधिकारियों को जानकारी दी कि यह पार्किंग स्थल अत्यन्त महत्वपूर्ण स्थल रहेगा। यहां इन्दौर से आने वाली गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था की जायेगी। इसके अलावा पार्किंग स्थल के समीप विद्युत आपूर्ति हेतु सोलर पैनल भी लगाया जायेगा।

श्री मिश्र को जानकारी दी गई कि सौन्दर्यीकरण हेतु बनाई जा रही आकृतियों के पत्थर राजस्थान और उड़ीसा से मंगवाये जा रहे हैं। यहां पर भगवान शिव की अलग-अलग नृत्य की मुद्राओं को पत्थर पर तराशने का कार्य जारी है। साथ ही भगवान शिव से जुड़ी विभिन्न कथाओं का चित्रांकन भी किया जा रहा है। यह कार्य डॉ.भगवतीलाल राजपुरोहित के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। अधिकारियों द्वारा निर्माणाधीन कमल तालाब का अवलोकन किया गया। नगर निगम आयुक्त ने जानकारी दी कि इस कमल तालाब में फव्वारे चलाये जायेंगे।केन्द्रीय शासन के सचिव श्री मिश्रा ने कहा कि सौन्दर्यीकरण कार्य में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाये। प्रोजेक्ट के अन्तर्गत जो स्ट्रक्चर बनाये जा रहे हैं, उनकी जानकारी श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराई जाये, ताकि वह इंटरेक्टिव लग सके। अधिकारियों द्वारा कॉरिडोर में बन रहे शिवस्तंभ, सप्तऋषि और टिकिट घर का अवलोकन किया गया। सप्तऋषियों की जानकारी विभिन्न भाषाओं में ट्रांसलेट करने की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये।

सचिव श्री मिश्रा ने शिल्पकार श्रमिकों से वहां किये जा रहे काम के बारे में जानकारी ली। श्री मिश्रा ने निर्देश दिये कि रूद्र सागर गहरीकरण के दौरान निकलने वाली मिट्टी का उपयोग किसी प्रकार के लैंडस्केप बनाने में किया जाये अथवा रूद्र सागर के बीचोंबीच एक छोटा-सा टापू बनवाया जाये। निर्माण कार्यों में रचनात्मकता का पुट अवश्य दिया जाये। कॉरिडोर में आने वाले यात्रियों की सुविधा के बारे में जानकारी दी गई कि दिव्यांगजनों के लिये कॉरिडोर में आवागमन हेतु बैटरीचलित ट्रायसिकल उपलब्ध करवाई जायेगी।सचिव श्री मिश्रा ने कहा कि सप्तऋषियों की मूर्तियों के नीचे उनसे सम्बन्धित पुष्पों को लगाया जाये। जानकारी दी गई कि प्रोजेक्ट के अन्तर्गत मीडवे झोन, बिल्ट और लेकफ्रंट बनाया जायेगा। महाकाल कॉरिडोर में नवग्रह वाटिका भी बनाई जायेगी। एकादश रूद्र मण्डल और नटराज मण्डल का निर्माण भी किया जायेगा। साथ ही लाईट एण्ड साउण्ड शो का आयोजन भी किया जायेगा।

कलेक्टर ने कहा कि रूद्र सागर में पानी का स्तर मेंटेन करने के लिये शिप्रा नदी में वाटर ट्रीटमेंट पम्प लगाया जायेगा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अन्तर्गत बनने वाले नूतन स्कूल, गणेश नगर स्कूल, उर्दू स्कूल के स्ट्रक्चर के बारे में सचिव श्री मिश्रा ने कहा कि स्कूलों में भगवान शिव से जुड़ी कथाओं तथा विक्रम बेताल और राजा भर्तृहरि एवं विक्रमादित्या से जुड़ी कथाओं का चित्रण करवाया जाये।

इसके पश्चात अधिकारियों द्वारा महाकालेश्वर मन्दिर के मुख्य द्वार के सामने चल रहे परिसर के विस्तारीकरण कार्य का अवलोकन किया गया। कलेक्टर ने जानकारी दी कि महाकाल प्रांगण के विस्तारीकरण का कार्य पेड़ों को बिना हानि पहुंचाये किया जा रहा है। अब तक लगभग 16 फीट गहरीकरण का कार्य किया जा चुका है।

महाकाल मन्दिर के पश्चात अधिकारियों द्वारा महाराजवाड़ा विद्यालय का अवलोकन किया गया। कलेक्टर ने जानकारी दी कि महाराजवाड़ा में संचालित विद्यालय को दूसरी जगह शिफ्ट किया जायेगा तथा महाराजवाड़ा को हैरिटेज के रूप में विकसित किया जायेगा। यहां एक धर्मशाला बनाई जायेगी। महाराजवाड़ा के पीछे स्थित ढांचे को रिस्टोर करके वहां प्रवचन हॉल बनाया जायेगा। यहां पर भगवान शिव से सम्बन्धित वृक्ष लगाये जायेंगे। साथ ही महाकाल थाने के समीप स्थित महाकाल द्वार का भी रिस्टोरेशन किया जायेगा। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने बताया कि इसके अलावा कालभैरव मन्दिर और सिद्धवट मन्दिर और सिद्धवट मन्दिर में भी पार्किंग स्थल का विकास किया जायेगा। महाराजवाड़ा में रूफटॉप रेस्टोरेंट का निर्माण किया जायेगा।