भोपाल। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते सभी स्कूलों में पाबन्दी लगी है। जिसके चलते अब मध्यप्रदेश में दीपावली के पहले स्कूल नहीं खुलेंगे। स्कूलों को खोलने का निर्णय 15 नवंबर के बाद लिया जाएगा। हालांकि, केंद्र सरकार ने अनलॉक-5 की गाइडलाइन में 15 अक्टूबर से स्कूल खोलने के आदेश दिए थे। लेकिन इसका निर्णय केंद्र सरकार ने प्रदेश सरकार पर छोड़ा है।
जिसके चलते, उप सचिव प्रमोद सिंह ने बताया कि, “केंद्र सरकार ने कंटेनमेंट जोन के बाहर के सभी स्कूलों को 15 अक्टूबर से खोलने की अनुमति दी है। हालांकि, इस बारे में आखिरी फैसला लेने का अधिकार राज्यों को दिया गया था। इस पर हमने आज निर्णय किया है। अभी की स्थिति में 15 नवंबर तक स्कूल नहीं खोले जाने का फैसला किया गया है। कोविड-19 संक्रमण के कारण राज्य में पहली से 8वीं तक के बच्चों के लिए फिलहाल स्कूल पूरी तरह बंद ही रहेंगे। 9वीं से 12वीं तक की क्लास आंशिक रूप से अभी की स्थिति में चलेंगी। इसके लिए सरकार द्वारा जारी कोविड की गाइडलाइन का पूरी तरह सख्ती से पालन करना अनिवार्य होगा।”
उन्होंने कहा कि, मध्यप्रदेश में 21 सितंबर से सीमित संख्या में स्टूडेंट्स के लिए 9वीं से 12वीं तक के स्कूलों को खोला गया है। 9वीं से 12वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए आंशिक रूप से चल रही हैं। स्कूलों में कोविड-19 एसओपी का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। हालांकि अभी अधिकांश निजी स्कूल बंद हैं।
बता दे कि, शिक्षा विभाग ने अभिभावकों के ऊपर छोड़ा है कि वो अपने बच्चो को स्कूल भेजना है या नहीं। वही, भोपाल जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना के अनुसार, प्रदेश के 132 राजकीय हाईस्कूल और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में पढ़ने वाले करीब 40 हजार स्टूडेंट्स में से केवल 5 हजार स्टूडेंट्स के अभिभावक अपने बच्चों को आंशिक रूप से खुले स्कूलों में भेजने को तैयार हैं।