भारत की अग्रणी जनरल इंश्योरेंस कंपनियों में से एक, एसबीआई जनरल इंश्योरेंस ने वित्त वर्ष 23-24 के लिए अपने वित्तीय नतीजों की घोषणा कर दी है। कंपनी ने वित्त वर्ष 23-24 में 319 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ (पीबीटी) अर्जित करते हुए वृद्धि गति को जारी रखा, जो वित्त वर्ष 23 के मुकाबले 30% अधिक है। कंपनी के ग्रॉस रिटेन प्रीमियम (जीडब्ल्यूपी) में पिछले साल के मुकाबले 17% की वृद्धि हुई और यह बढ़कर 12,731 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी के विविध प्रोडक्ट पोर्टफोलियो, वितरण पहुंच, ब्रांड और लागत अनुकूलन की वजह से इन आंकड़ों को प्राप्त करने में मदद मिली। मोटर और हेल्थ के नेतृत्व में रिटेल बिजनेस में मजबूत वृद्धि दर्ज की गई। प्राइवेट मार्केट में पर्सनल एक्सिडेंट सेगमेंट में एसबीआई जनरल इंश्योरेंस नंबर पर बना हुआ है। वहीं हेल्थ, होम, फसल, वाणिज्यिक और मोटर सहित व्यवसायों में कंपनी की मजबूत उपस्थिति बरकरार है।
कंपनी के राजस्व और कर पूर्व लाभ (पीबीटी) में मजबूत उछाल आया और पीबीटी वित्त वर्ष 22-23 के 244 करोड़ रुपये के मुकाबले वित्त वर्ष 23-24 में बढ़कर 319 करोड़ रुपये हो गया। सॉल्वेंसी अनुपात 2.25 रहा, जो 1.50 गुना की न्यूनतम नियामक आवश्यकता के मुकाबले इसकी मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है।
कंपनी के प्रदर्शन के बारे में एसबीआई जनरल इंश्योरेंस के एमडी और सीईओ किशोर कुमार पोलुदासु ने कहा, “एसबीआई जनरल में, हम बाजार की तुलना में लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं। केवल 14 वर्षों के संचालन के दौरान हम वित्त वर्ष 23-24 में 12,731 करोड़ रुपये की जीडब्ल्यूपी के साथ मजबूत वृद्धि हासिल करने में सफल रहे हैं। यह उपलब्धि हमारे विविध उत्पाद पोर्टफोलियो, वितरण शक्ति, तकनीक का लाभ उठाने और ग्राहक केंद्रित रणनीति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता की मिसाल है। सभी के लिए बीमा उपलब्ध कराने के उद्देश्य के साथ, हम अपने ब्रांड में ग्राहकों के भरोसे का लाभ उठाने वाले सरल वैल्यू-ओरिएंटेड प्रोडक्ट्स बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
एसबीआई जनरल इंश्योरेंस के सीएफओ, जितेंद्र अत्रा ने कहा, “हमारे वित्तीय नतीजे हितधारकों के लिए लाभदायक ग्रोथ के जरिए लंबे समय में मूल्य निर्माण की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। कंपनी के लाभ में 30% की वृद्धि, हमारी वित्तीय सेहत और उत्पादकता में सुधार, ओपेक्स अनुपात में सुधार और ग्राहक मूल्य प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करने की हमारी रणनीति को दर्शाती है।”