Sawan 2021: कभी मांडू में दिखाई देता था परमारकालीन शिव मंदिर, अब धार के देवरा में है स्थित

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धार जिले के मनावर से 12 किमी दूर ग्राम देवरा में परमारकालीन शिव मंदिर है। बताया जाता है कि ये मंदिर तत्कालीन समय में पूर्ण वैभवशाली था। दरअसल, इसका गुंबद इतना ऊंचा था कि तब मांडू से दिखाई देता था। लेकिन 11 सौ वर्ष पूर्व बने इस मंदिर की भव्यता को देखकर मांडू के तत्कालीन शासकों ने इसे पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया था।

जानकारी के मुताबिक, पुरातत्व विभाग ने ग्राम देवरा के इस खंडित शिव मंदिर के एक-एक पत्थर को अलग-अलग निकाला। वहीं शिवलिंग को निकालकर लोगों के दर्शनार्थ रख दिया था। इस बात को लेकर जब जीवाश्म विशेषज्ञ विशाल वर्मा ने बताया कि मुगलों द्वारा मंदिर को ध्वस्त करते समय शिवलिंग के ऊपर गुंबद से गिरे पत्थरों का ढेर लग गया था। इससे शिवलिंग खंडित हो गया था। इस खंडित शिवलिंग की लंबाई लगभग चार फीट है। यहां की जलाधारी के नीचे गर्भगृह होने की संभावना है।

बताया जाता है कि खंडित मंदिर से निकले इन पत्थरों में कई प्रकार मूर्तियां बनी हुई हैं। ऐसे में आज भी मंदिर के प्रांगण में रखी है। बता दे, भले ही नदी के किनारे ये मंदिर बना हुआ है लेकिन आज भी ये भक्तों के लिए श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है। दरअसल श्रावण में कई श्रद्धालु खंडित होने के बावजूद शिवलिंग की पूजा करने आते हैं। यदि पुरातत्व विभाग इस मंदिर और प्रांगण में खुदाई करे, तो और भी प्राचीन भग्नावशेष मिल सकते हैं।