सतना: सृजन का महाकुंभ श्री नरेश मेहता स्मृति समारोह सम्पन्न

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साहित्य अकादमी भोपाल, मध्य प्रदेश संस्कृति परिषद, संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में सुप्रसिद्ध साहित्यकार नरेश मेहता जी पर केंद्रित विमर्श का आयोजन सतना में 6 फरवरी को शाम 4 बजे काली बाडी मंदिर सभागार बरदाडीह चौराहे के पास, मुख्त्यार गंज में किया गया। इसका विषय भारतीय संस्कृति के कुशल चितेरे-नरेश मेहता रखा गया था। समारोह के पहले सत्र का संचालन अनिल अयान और रचनापाठ का संचालन रविशंकर चतुर्वेदी ने किया।

इसमें साहित्य अकादमी के निदेशक डा विकास दवे जी, शंकर दयाल भारद्वाज जी सुप्रसिद्ध साहित्यकार सतना, डा सरोज गोस्वामी, विभाध्यक्ष, शासकीय कन्या महाविद्यालय रीवा ने विमर्श में अपने विचार व्यक्त किए। सामारोह का प्रारंभ मां वीणापाणि की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर हुआ, तत्पश्चात अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। समारोह की प्रस्तावना और स्वागत डा विकास दवे ने व्यक्त किया।

समारोह के प्रथम सत्र में रीवा कन्या महाविद्यालय से पधारी डा सरोज गोस्वामी ने कहा नरेश मेहता जी भारतीय उदीयमान पत्रकारिता के चमकते सितारे थे।अध्यक्षता कर रहे शंकर दयाल भारद्वाज जी ने कहा आधुनिक हिन्दी साहित्य जगत् में नरेश मेहताजी कवि, कथाकार, गीतकार, नाटककार, चिन्तक, विचारक आदि रूपों में अपना विशिष्ट स्थान रखते हैं । सांस्कृतिक गौरव, परम्पराओं एवं मिथकीय सन्दर्भों के बीच सम्बन्धों को दर्शाती उनकी रचनाएं अपनी सृजनधर्मिता के वैशिष्ट्य से ओतप्रोत हैं ।

अंत में पाठक मंच और सतना के साहित्यकारों द्वारा निदेशक जी का अभिनंदन शाल श्रीफल और अभिनंदन पत्र देकर किया गया।
रचनापाठ सत्र में रविशंकर चतुर्वेदी, तामेश्वर शुक्ला, रामकृष्ण द्विवेदी, सूर्यभान कुशवाहा, अपूर्वा चतुर्वेदी ने गीत गजल और देश प्रेम की रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। खचाखच भरे सभागृह में बड़ी संख्या में विद्वान लोग उपस्थित रहे।