संजय सिंह बोले- ‘6 साल में भी इतनी किताबें नहीं पढ़ सका, जितनी 6 महीने में पढ़ पाया’, PM मोदी का भी किया धन्यवाद

Share on:

6 महीने जेल में रहे AAP नेता और राज्यसभा सांसद ने एक इंटरव्यू में कहा कि जेल में कर्मचारी और कैदी भी कहते थे कि भाई लड़ते रहो, पीछे मत हटो, कमजोर मत बनो। उन दिनों लगातार नेताओं के दल बदलने की खबरें आती रहती थीं। वहां एक और जेल स्टाफ था। उनका रिएक्शन भी काफी मजेदार था।

इंटरव्यू में संजय सिंह ने पीएम मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि जेल में मुझे बहुत सारी किताबें पढ़ने का मौका मिला। इसके लिए मैं मोदी जी को धन्यवाद देता हूं। मैं 6 साल में भी उतनी किताबें नहीं पढ़ सका, जितनी 6 महीने में पढ़ पाया। नेल्सन मंडेला, भगत सिंह, महात्मा गांधी और विनायक दामोदर सावरकर को भी पढ़ा। चाहे जिस इरादे से उन्होंने मुझे जेल भेजा हो, लेकिन मुझे इतना बड़ा मौका भी उन्हीं की वजह से मिला।

उन्होंने अपने वजन वाले विवाद को खारिज करते हुए कहा कि मुझे इस कथन को सही करने दीजिए। जब मैं जेल गया तो मेरा वजन 79 किलो था और जब बाहर आया तो 81.7 किलो था। मतलब करीब 2 किलो 700 ग्राम का अंतर है। अब कोई 6 किलो या 10 किलो वजन बढ़ा ले तो क्या कह सकते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि मैंने अपनी सेहत का ख्याल रखा। घूमना या बैडमिंटन खेलना मेरी दिनचर्या में था। दोपहर को आराम का समय था। मुझे पढ़ाई के लिए भी समय मिला। समय पर भोजन करते थे और समय पर सोते थे। मुझे पता था कि मुझे बाहर जाना होगा और फिर से काम करना होगा।