इंदौर : कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने कहा है कि इंदौर के कोरोनावायरस से गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों के इलाज में राज्य सरकार और जिला प्रशासन के द्वारा गंभीर लापरवाही बरती जा रही है । यहां के हजारों मरीजों के इलाज के लिए कुछ सौ इंजेक्शन ही सरकार की ओर से भेजे जा रहे हैं।
शुक्ला ने स्वास्थ्य विभाग के द्वारा हर दिन जारी की गई रिपोर्ट को सामने रखते हुए ही हकीकत उजागर की है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीएस सेतिया के द्वारा 30 अप्रैल को जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार उस दिन इंदौर जिले में उपचार रत कोरोनावायरस मरीजों की संख्या 11992 थी। जबकि उस दिन गंभीर रूप से संक्रमित कोरोनावायरस के इलाज के लिए मात्र 344 इंजेक्शन आवंटित किए गए । इसके अतिरिक्त 8 अस्पतालों के द्वारा सीधे कंपनी से 445 इंजेक्शन खरीदे गए। इस तरह उस दिन कुल इंदौर में 790 इंजेक्शन इन मरीजों के लिए मौजूद थे।
शुक्ला ने बताया कि इसी प्रकार 1 मई को स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार उपचार प्राप्त करने वाले कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 11221 थी । इस दिन प्रशासन के द्वारा विभिन्न अस्पतालों को कुल 426 इंजेक्शन आवंटित किए गए। जबकि एक अस्पताल के द्वारा 18 इंजेक्शन सीधे कंपनी से बुलवाए गए। इस तरह उस दिन इन मरीजों के लिए केवल 444 इंजेक्शन मौजूद थे । इसी प्रकार 2 मई को उपचार प्राप्त करने वाले कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या 10819 थी , उस दिन राज्य शासन और जिला प्रशासन के द्वारा कुल 342 इंजेक्शन विभिन्न अस्पतालों को आवंटित किए गए।
शुक्ला ने कहा कि यह सारे आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं कि इंदौर में कोरोना से संक्रमित मरीजों में से गंभीर हालत वाले मरीजों के लिए आवश्यक रेमदेसीविर इंजेक्शन को उपलब्ध कराने में प्रशासन और शासन दोनों विफल हैं। इन दोनों के द्वारा पर्याप्त इंजेक्शन उपलब्ध नहीं करा कर इन मरीजों के इलाज में लापरवाही बरती जा रही है।