निर्मल सिरोहिया
कोरोना संक्रमण के इस अत्यंत कष्टप्रद समय में आप और आपकी टीम निश्चित ही जबर्दस्त कार्य कर रही है। लगातार बढ़ते मरीजों की संख्या के अनुपात यकायक यह संभव नहीं है कि सब कुछ सामान्य हो जाए। लेकिन आपके प्रयास निसंदेह सराहनीय है। अपने परिजन और आत्मबल खो रहे लोगों को आप उनके बीच जाकर जिस तरह दिलासा दे रहे हैं, वह निश्चित ही सराहनीय है।
यही अपेक्षा अन्य जनप्रतिनिधि से भी की जाना चाहिए, लेकिन उन्हें संजय भाई वाली राह आसान नहीं लगी। आखिर अपनी जान सभी को प्यारी होती है। लेकिन युवा तुर्क संजय भाई आप इन सबसे विलग निकले। आप हर दिन अपनी जान का जोखिम भी ले रहें हैं और दिल खोलकर लोगों की मदद भी कर रहे हैं। आप अपने नाम के अनुरूप उस दिव्य ‘संजय’ की भूमिका निभा रहे हैं, जो अपनी दिव्य दृष्टि से हकीकत से रूबरू है।
लेकिन भाई आप हिम्मत मत हारिये, पूरा शहर आपके साथ है। लोग घरों में भले ही हैं, लेकिन हर पल वे आपको दुआएं दे रहे हैं। ऐसे में आपके ‘आत्मदाह’ करने की आवश्यकता ही कहां हैं। भाई याद रखिये अपना इंदौर शहर स्वावलंबी शहर है। यह सरकारी सुविधाओं का मोहताज़ नहीं है।
इस शहर में तन,मन, धन से सेवा करने वालों की पूरे देश में मिसाल दी जाती है। फिर आप निराश क्यों हैं। आप बस लगे रहिये। अपना और अपने साथियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखिये। कोरोना से यह जंग मुश्किल ज़रूर है, लेकिन जीतेंगे हम ही। ईश्वर आपको लंबी उम्र और उत्तम स्वास्थ्य दे। इन्हीं मंगलकामनाओं के साथ आपके भागीरथी प्रयासों को प्रणाम।