भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को कांग्रेस की तरफ से हाल ही में खंडवा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की चुनौती दी गई है। बता दे, कांग्रेस नेता सज्जनसिंह वर्मा ने इसको लेकर कहा है कि अगर विजयवर्गीय में दम है तो वे खंडवा से उप चुनाव लड़कर दिखाए। वर्मा ने दावा भी किया कि भाजपा कुछ भी कर ले वहां से जीतेगी तो कांग्रेस ही। जानकारी के मुताबिक, नंदकुमारसिंह चौहान के निधन के बाद खंडवा सीट खाली हुई है और अब नया सांसद चुनने के लिए उपचुनाव होना है।
बता दे, पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने इंदौर में आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए भाजपा पर निशाना साधा है। ऐसे में सीएम शिवराज के विधानसभा क्षेत्र बुधनी के गांव पांडा में एक दिन पहले वर्मा ने एक पुल का जबरिया फीता काट दिया था। दरअसल, बनकर तैयार इस पुल का उद्घाटन करने मुख्यमंत्री जाने वाले थे। वहीं बाद में गांव में भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में विवाद हुआ। ऐसे में पुलिस ने वर्मा के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा और शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला भी दर्ज कर लिया है।
इसको लेकर सज्जन वर्मा का कहना है कि उनके द्वारा मंजूर कार्यों का श्रेय लेने के लिए भाजपा सरकार सिर्फ श्रेय की राजनीति कर रही है। महीनों से तैयार पुल को बंद कर रखा था। लोगों को परेशानी हो रही थी और नागरिकों की मांग पर खोल दिया तो आखिर उसमें किस तरह से शासकीय कार्य में बाधा पहुंची और कैसे संपत्ति का नुकसान हो गया। भ्रमित करना और झूठ बोलना भाजपा की आदत में शुमार है।
गौरतलब है कि भाजपा महासचिव विजयवर्गीय और सज्जन वर्मा की राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता जगजाहिर है। अक्सर दोनों एक-दूसरे के खिलाफ बयानों के तीर चलाते रहे हैं। कांग्रेस की ओर से खंडवा सीट से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। विजयवर्गीय और विधायक रमेश मेंदोला पहले खंडवा में चुनाव प्रभारी रह चुके हैं। कांग्रेस की चुनौती के बाद उपचुनाव में मुकाबला रोचक होने की उम्मीद है।