पंकज उपाध्याय। शनि ने 18 फरवरी 2022 को धनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश किया था, धनिष्ठा शनि के परंपरागत शत्रु मंगल का नक्षत्र है, भले ही शनि वर्तमान में अपनी स्वयं की राशि में भ्रमण कर रहा हो परंतु शत्रु के नक्षत्र में भ्रमण करने के दुष्परिणाम विश्व को देखने को मिले और 20 फरवरी 2022 को रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुआ।
राजनीतिक पंडितों के आकलन कुछ भी रहे हो कि रूस यूक्रेन को कुछ घंटों में ही पछाड़ देगा या रूस चंद हफ्तों में समाप्त हो जायेगा परंतु यूक्रेन ने अंततः पुतिन के छक्के छुड़ा दिए और आज 9 महीने बाद तक युद्ध उसी गति से चल रहा है। दरअसल ज्योतिषीय दृष्टिकोण से देखें जब तक शनि अपने शत्रु के नक्षत्र में भ्रमण करेगा तब तक विश्व में शांति बहाली और समृद्धि के प्रयासों में सफलता नही मिल पाएगी।
युद्ध दो देशों के बीच चल रहा है परंतु उसके दुष्परिणाम पूरे विश्व में दिखाई दे रहे हैं, 5 जून से शनि उसी नक्षत्र में वक्री गति से भ्रमण कर रहा था जिसने परेशानी को और बढ़ा रखा था विश्व के सारे शेयर बाजार अपने निचले स्तर को छूने की कोशिश कर रहे थे कहीं राजनीतिक अस्थिरता तो कहीं आर्थिक दिवालियापन शनि के दुष्प्रभाव के रूप में सामने आ रहा था।
आज 23 अक्टूबर 2022 को शनि ने पुनः मार्गी गति से भ्रमण प्रारंभ किया है, अब शनि तेज गति से अपनी प्रिय राशि कुंभ की तरफ भ्रमण करेगा परंतु मार्च 15 2023 तक नक्षत्र वही रहेगा धनिष्ठा, हालांकि परिस्थिति में पहले से सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा, बदलाव यह होगा कि जहां अब तक आर्थिक परिस्थितियों को नीचे जाने से बचाने के प्रयास किए जा रहे थे वहीं अब प्रयास उपर ले जाने के होंगे, यह खबरें अवश्य परिस्थितियों को और विश्व के बाजारों को सकारात्मक दिशा देगी।
अब हम परिस्थितियों को कुछ हद तक हम सकारात्मक इसलिए मान सकते हैं क्योंकि शनि अब जब मार्गी होगा तो मकर राशि एवं धनिष्ठा नक्षत्र दोनों को ही पीछे छोड़ आगे बढ़ने की राह पर होगा । जैसे-जैसे शनि इस राशि और नक्षत्र के अंतिम चरणों की तरफ होगा तो अवश्य ही विश्व को इस युद्ध और खराब आर्थिक परिस्थितियों से मुक्ति मिलने की संभावनाएं बढ़ेंगी।
कुल मिला कर आज से प्रारंभ शनि का मार्गी भ्रमण बहुत से लोगो के जीवन को सकारात्मक दिशा प्रदान करेगा, संघर्ष कर रहे लोगो की दिवाली को खुशियों से भरने के लिए यही आशा बहुत है की अगली दिवाली बेहतर होगी।