इंदौर। आधारभूत संरचना विकास (एसएसटीडी ) योजना के तहत इंदौर, उज्जैन रतलाम समेत कंपनी क्षेत्र के सभी 15 जिलों में बिजली के 315 करोड़ रूपए की लागत से विकास एवं निर्माण कार्य कराए जाएंगे। इससे बिजली वितरण क्षमता का विस्तार होगा, साथ ही लॉस भी घटेगा। 15 नए ग्रिडों के अलावा करीब 3900 किमी नई लाइन भी डाली जाएगी।
पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि एसएसटीडी योजना के तहत मार्च 2024 तक बड़ी संख्या में कार्य पूर्ण होंगे। काफी कार्य प्रारंभ भी हो चुके है। तोमर ने बताया इंदौर, रतलाम, उज्जैन समेत अन्य जिलों में 33/11 केवी के कुल 15 नए ग्रिड बनेंगे। इनकी लागत करीब पैंतीस करोड़ है। इसके साथ ही 33 केवी की नई लाइन 427 किमी की डाली जाएगी। 11 केवी की 550 किमी और कंडक्टर यानि तारों को उच्च क्षमता में बदलने का कार्य कुल 2900 किमी का कराया जाएगा।
तोमर ने बताया कि इसी के साथ पुराने ग्रिडों में नए पावर ट्रांसफार्मर लगाने या क्षमता का विस्तार करने का कार्य 110 स्थानों, ग्रिडों पर होगा। इसी के साथ वितरण ट्रांसफार्मर भी 2100 नए स्थानों पर लगाए जाएंगे, या पुराने स्थानों के ट्रांसफार्मर बदले जाएंगे। प्रबंध निदेशक ने बताया कि सभी कार्य समय पर पूर्ण कराने का दायित्व मुख्य अभियंता एसएल करवाड़िया एवं अधीक्षण अभियंता कार्य अश्विन परवाल को सौंपा गया है। इन कार्यों के प्रत्येक जिलों में नोडल अधिकारी भी नामित किया है।