इंदौर (Indore News) : औद्योगिक क्षेत्रों में स्थापित इकाईयो के रुफ टाप पर सोलर पेनल से विद्युत उत्पादन के संबंध में सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सकलेचा के मुख्य आतिथ्य में कार्यशाला आयोजित की गयी। कार्यशाला में विभिन्न औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
कार्यशाला में प्रबंध संचालक ऊर्जा विकास निगम श्री विवेक पोरवाल ने औद्योगिक इकाईयो के रुफ टाप पर सोलर पैनल से विद्युत उत्पादन के लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने सोलर पैनल लगाने की प्रक्रिया, लागत आदि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि क्लस्टर में सोलर पेनल लगाने से अधिक फायदे है। सोलर पेनल लगाने के लिये तकनीकी, वित्तीय एवं अन्य मदद भी मुहैया करायी जायेगी।
कार्यशाला में जिज्ञासाओं का समाधान भी किया गया। बताया गया कि घरेलू और कॉमर्शियल दोनों तरह के प्लांट पर नेट मीटरिंग की सुविधा शुरु की गयी है। बिजली कम्पनी ने नेट मीटर उपलब्ध करवाने शुरू कर दिए हैं। यह सबके हित में है। बिजली की डिमांड कम होने से लोड घटेगा और बेहतर सप्लाई मिलेगी। कट और फॉल्ट कम होंगे। सोलर वाली बिजली सरकार को भी बेच सकेंगे। साथ ही सोलर प्लांट से वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड कम होगा।
रूफटॉप फोटोवोल्टिक (पीवी) सोलर पैनल से बिजली पैदा करने वाला पावर स्टेशन है जो किसी भी आवासीय या व्यावसायिक इमारत की छत पर स्थापित किया जा सकता है। रूफटॉप सोलर सिस्टम बिजली ना होने या पावर ओवरलोडिंग के समय उपभोक्ता की ऊर्जा निर्भरता को बढ़ावा देता है। बढ़ती ऊर्जा ज़रूरतों के लिए रूफटॉप सोलर सिस्टम जैसी नवीकरणीय प्रौद्योगिकी को उपभोक्ताओं के बीच बढ़ावा मिलना चाहिए। औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया गया कि वे क्लस्ट में अपने-अपने क्षेत्रों में रूफ-टाप सोलर पेनल लगवाये।