कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने अपनी पत्नी प्रियंका गांधी वाड्रा को वायनाड से मैदान में उतारने के पार्टी के कदम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ‘जब भी सही समय होगा, वह संसद में उनके पीछे-पीछे जाएंगे’। प्रियंका गांधी वाड्रा के भाई राहुल गांधी ने रायबरेली और वायनाड से लोकसभा चुनाव जीते थे। सोमवार को उन्होंने केरल की सीट छोड़ने के अपने फैसले की घोषणा की, जिससे उनकी बहन के चुनावी राजनीति में उतरने का रास्ता साफ हो गया।
प्रियंका गांधी वाड्रा दशकों से अमेठी और रायबरेली में कांग्रेस पार्टी के लिए प्रचार कर रही थीं। लेकिन आधिकारिक तौर पर 2019 के आम चुनावों से पहले सक्रिय राजनीति में आईं। अपने भाई और मां के विपरीत उन्होंने कभी चुनाव नहीं लड़ा।
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, ‘भारत की जनता का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं और बधाई देना चाहता हूँ, जिन्होंने भाजपा को सबक सिखाया है। उन्होंने धर्म आधारित राजनीति की। मुझे खुशी है कि प्रियंका गांधी वायनाड से चुनाव लड़ने जा रही हैं। उन्हें संसद में होना चाहिए। इसलिए नहीं कि वह प्रचार कर रही हैं। बल्कि मैं चाहता हूं कि वह संसद में हों। हालांकि उन्होंने संकेत दिया कि वह संसद सदस्य बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा, उन्हें मुझसे पहले संसद में होना चाहिए। मैं सही समय आने पर उनका अनुसरण कर सकता हूं। मैं खुश हूं और मुझे उम्मीद है कि लोग उन्हें अच्छा जनादेश देंगे।’
लोकसभा चुनाव से पहले रॉबर्ट वाड्रा ने दावा किया था कि देश के कई हिस्सों से मांग की जा रही है कि वह गांधी परिवार के गढ़ अमेठी से चुनाव लड़ें। इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने की मांग देश के विभिन्न कोनों से आ रही है। और लोगो के हर तरह की समस्या का समाधान हो सके ताकि विकास और उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।