मुख्यमंत्री डाॅ.मोहन यादव ने आज यानी मंगलवार को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की समीक्षा बैठक में शामिल हुए है। इस बैठक की अध्यक्षता खुद मुख्यमंत्री मोहन ने संभाली है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की इस बैठक में मंत्री सम्पतिया उईके भी शामिल हुईं। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने विभाग के कामों को लेकर उनकी गतिविधियों की जानकारी ली।
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बैठक में मुख्यमंत्री डाॅ.मोहन यादव ने जल प्रदाय व्यवस्था को लेकर पीचई, पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग और नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों को बैठक करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पानी के फिर से उपयोग के प्रबंधन पर भी कार्य योजना बनाई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि नल-जल योजनाओं के कार्य और सामग्री की गुणवत्ता की जांच के लिए जिला स्तर पर लगातार कार्रवाई करने और उसकी जानकारी देने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि, “बड़े गाँवों से निकलने वाले अपशिष्ट जल के पुनः उपयोग के लिए प्राथमिकता से कार्य करें, यह भी सुनिश्चित करें कि अपशिष्ट जल से गंदगी न फैले और बीमारियों की स्थिति निर्मित न हो। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि, नल-जल योजनाओं के कार्य और सामग्री की गुणवत्ता की जांच के लिये जिला स्तर पर निरंतर कार्यवाही हो तथा उसकी जानकारी राज्य स्तर पर दी जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि, स्वयं के प्रयास से लोगों को जल उपलब्ध कराने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं को 15 अगस्त व 26 जनवरी पर सम्मानित किया जाए।”