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Posted on: 16 Jun 2018 10:25 by shilpa
नई दिल्ली: बदलते समय में महिलाए सभी तौर पर सशक्त हुई है और उनकी हैसियत और सम्मान में वृद्धि हुई है। इसके बावजूद कुछ नहीं बदला है, तो वो है माहिलओं की जिम्मेदारी… जी हा खाना बनाना और बच्चों की देखभाल अभी भी महिलाओं का ही काम माना जाता है. यानी अब महिलाओं को दोहरी जिम्मेदारी निभानी पड़ रही है। घरेलु महिलाओं की तुलना में कामकाजी महिलाओं पर दोहरी जिम्मेदारी आ गई है,और काम का बोज बढ़ गया है। घर और ऑफिस दोनों को संभालने में महिलाओं को अच्छी खासी मेहनत करनी पड़ रही है।
कामकाजी महिलाओं को ऑफिस और घर की ,खास कर बच्चों की जिम्मेदारी के बिच तालमेल बिठाना आना चाहिए।अगर वो बच्चों का ध्यान रखती है तो ऑफिस के काम छूटने लगते हैं और अगर ऑफिस के काम को तवज्जों दें तो बच्चों को पर्याप्त समय नहीं दे पाती हैं। इन मुश्किलों के बीच भी आप खुद को स्थिर कर बच्चों और ऑफिस की जिम्मेदारियों को बखूबी निभा सकती हैं। आइए जानते है कुछ महत्व पूर्ण टिप्स जो आपके जरूर काम आएंगी।
प्राथमिकता तय करे
आपको इस उलझन से बचने के लिए प्राथमिकता तय करनी होगी। आप इस बात पर स्पष्ट रहे आप क्या चाहती है। यदि आप अपने बच्चे को सब से ज्यादा अहमियत देती है तो फिर इस बात पर विचार करें कि बच्चे की देखभाल के बारे में आप किन-किन चीजों पर ध्यान देंगी। और उसके लिए आप क्या समझौता कर सकती है।
अगर आपको घर और ऑफिस के काम में संतुलन बनाना आ गया तो आपकी बहोत बड़ी प्रॉब्लम सॉल्व हो गयी सामजिए। इसके लिए आपको एक सपोर्ट की जरूरत है जो आपको घर में भी मिल सकता है या आप किसी बाहरी,विश्वासु की मदद भी ले सकते है। बस आप को यहां समझदारी से काम लेना पड़ेगा।
सोच -समझ कर ऑफिस का चुनाव करें
जहां आप काम करती है वहां एक मां के तौर पर आपकी जिम्मेदारी के प्रति भी संवेदनशीलता बरती जाती हो। काम के घंटे अपेक्षाकृत कम और दफ्तर का समय थोड़ा लचीला हो। कोशिश करे कार्यस्थल घर से ज्यादा दूर न हो। यदि कुछ ऐसी सुविधाए मिल जाए तो आप दोनों जगह के बिच संतुलन बना सकती है।
प्लानिंग करें
आप को अपने कामों को देखते हुए हर काम की योजना बनाए जिससे आपका समय बर्बाद न हो और आप पर काम और कम समय का दबाव न बढे इसलिए कामकाजी महिलाओं को प्लानिंग के साथ काम करना आना चाहिए।
मदद लेने में नहीं है बुराई
घर के कामों में पति या किसी परिवारजन की मदद लेने में न हिचके। सारा काम सिर्फ मेरी जिम्मेदारी है ऐसा समजेंगी, तो आप बहुत जल्दी थक जाएँगी और बच्चों को समय नहीं दे पाएंगी और ना ऑफिस में कंसन्ट्रेट नहीं कर पाएंगी। अगर आप मिलजुल कर काम करेंगी तो निश्चित ही काम जल्दी खत्म होगा और आप भी रिलैक्स रहेंगी।ऑफिस में भी लगातार काम न करें। कुछ देर अपने सहकर्मियों के साथ चॉय-कॉफी पिएं और बातें करें। इससे आपका तनाव कम होगा।
वीकएंड में खुद को खाली रखें
वीकेंड में खाली रहने के लिए आप पूरा सप्ताह छोटे-छोटे काम प्लानिंग के साथ निपटा ले। क्यों की आपके बच्चों को बहुत बेसब्री से वीकएंड का इंतजार रहता है और आप भी पुरे फ्री माइंड से उनके साथ छुट्टी मना सके। रोज भी ऑफिस से निर्धारित समय पर लौटने की कोशिश करे ताकि बच्चों के साथ ज्यादा समय बिता पाए ,उनकी दिनचर्या के बारे में बाते कर सके, उसके स्कूल में क्या चल रहा उसकी बात कर सके।