रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई जारी, इंदौर पहुंचे 303 बॉक्स

Shivani Rathore
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इंदौर : गत रात्रि इंदौर एयरपोर्ट में वायु मार्ग से रैमडेसिविर के 303 बॉक्स पहुँचे। राज्य शासन द्वारा इस बाबत विशेष व्यवस्था की गई थी। अहमदाबाद से आए एयरक्राफ्ट BTACD से कुल 303 बॉक्स इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज को प्राप्त हुए। यह विमान रात्रि साढ़े दस बजे आया था और इसने रात्रि सवा 11 बजे वापस अहमदाबाद के लिए उड़ान भरी। मेडिकल कॉलेज इंदौर से प्राप्त जानकारी के अनुसार इनमे से मेडिकल कॉलेज इंदौर को 153, जबलपुर के लिए 110 और ग्वालियर के लिए 40 बॉक्स प्राप्त हुए थे।

अभी तक 2 लाख 90 हजार 84 इंजेक्शन की हुई उपलब्धता
राज्य सरकार द्वारा कोरोना मरीजों के उपचार के लिये आवश्यक ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की पर्याप्त उपलब्धता के लिये हर संभव प्रयास किये जा रहे है। प्रदेश में 7 कंपनियों के रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई प्रदेश में हो रही है। अब तक 2 लाख 90 हजार 84 रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। गत दिवस मेसर्स सन फार्मा द्वारा 475 यूनिट प्राईवेट को, 120 यूनिट गवर्मेन्ट को और मेसर्स हिट्रों द्वारा 4364 यूनिट प्राईवेट को पूरे मध्यप्रदेश में रेमडेसिविर इंजक्शन की आपूर्ति की गई है। सभी फार्मा कंपनियों से प्रशासन निरंतर संपर्क में हैं, प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति के लिये निरंतर प्रयास जारी हैं। कोविड-19 महामारी के नियंत्रण के लिये शासन द्वारा रेमडेसिविर निर्माताओं को प्रदेश में इसकी सप्लाई बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।

ऑक्सीजन की उपलब्धता
केन्द्र सरकार से 24 अप्रैल से 649 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की स्वीकृति मिली है। आज प्रदेश को बाह्या स्त्रोतों से कुल 496 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त होने की संभावना है। कल प्रदेश के बाह्या स्त्रोतों से कुल 515 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति हुई। ऑक्सीजन के प्रदेश में त्वरित परिवहन के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय के सहयोग से झारखण्ड के बोकारों एवं गुजरात के जामनगर स्थित ऑक्सीजन उत्पादकों से ऑक्सीजन टैंकर एयरलिफ्ट कर इंदौर, भोपाल एवं ग्वालियर लाये जा रहे है।

राउरकेला से जबलपुर तक प्रति रैक 06 टैंकर्स के परिवहन की सुविधा के साथ कुल 02 रेलवे रैक्स उपलब्ध कराये जाने हेतु रेल मंत्रालय से अनुरोध किया गया है। टैंकर्स के त्वरित परिवहन हेतु जामनगर से इंदौर एवं भोपाल के मध्य प्रचलित वर्तमान सामरिक उड़ानों के अतिरिक्त भोपाल एवं बोकारो के मध्य भारतीय वायु सेना की सामरिक (उड़ान) सुविधा उपलब्ध कराये जाने हेतु गृह मंत्रालय से अनुरोध किया गया है। भारत सरकार द्वारा आयातित टैंकर्स में से प्रति टैंकर 24 टन अथवा समकक्ष संधारण क्षमता वाले कुल 31 टैंकर्स मध्यप्रदेश को आवंटित किये जाने हेतु अनुरोध किया गया है।

ऑक्सीजन उत्पादक कंपनी एयर लिक्विड, पानीपत से मध्यप्रदेश का ऑक्सीजन आवंटन वर्तमान 6 मीट्रिक टन प्रतिदिन से बढ़ाकर 20 मीट्रिक टन प्रतिदिन निर्धारित करने का अनुरोध भारत सरकार से किया गया है। ऑक्सीजन उत्पादक कंपनी आईनॉक्स, बोकारो से मध्यप्रदेश का ऑक्सीजन आवंटन वर्तमान 33 टन प्रतिदिन से 100 मीट्रिक टन बढ़ाकर कुल 133 मीट्रिक टन प्रतिदिन निर्धारित करने का अनुरोध भारत सरकार से किया गया। ऑक्सीजन की आपूर्ति को सुचारू बनाने के लिये राज्य सरकार द्वारा 2000 रूपये ऑक्सीजन कंसनट्रेटर खरीदे गये हैं। प्रदेश के जिलों में स्थानीय व्यवस्था से लगभग 2000 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर लगाये जा चुके हैं। प्रदेश के लिये 10 लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाले 5000 नवीन ऑक्सीजन कंसनट्रेटर भारत सरकार के माध्यम से शीघ्र प्रदाय करने का अनुरोध स्वास्थ्य मंत्रालय से किया गया है।

काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एवं मैडीकल रिसर्च, भारत सरकार द्वारा अधिकृत संस्था के माध्यम से प्रदेश के पांच जिला चिकित्सालयो (भोपाल, रीवा, इंदौर, ग्वालियर एवं शहडोल) में नवीनतम VPSA तकनीक आधारित ऑक्सीजन प्लांट्स 01 करोड़ 60 लाख रुपये की लागत से लगाये जा रहे हैं। इनमें 300 से 400 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन बनेगी जो कि लगभग 50 बेइस के लिए पर्याप्त होगी। इस नवीनतम तकनीक से ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने वाला मध्यप्रदेश, देश का पहला राज्य है।