Site icon Ghamasan News

शनि देव की पूजा में महिलाएं न करें ये गलती, वरना जीवन में कभी नहीं मिलेगी परेशानियों से राहत

Shani dev

हिंदू धर्म में शनि देव को न्याय का प्रतीक माना गया है, जो हर व्यक्ति को उसके अच्छे या बुरे कर्मों के आधार पर फल प्रदान करते हैं। शनिदेव की पूजा करने से जीवन में आने वाली बाधाओं और कष्टों से राहत मिलती है, लेकिन खासकर महिलाओं के लिए इस पूजा से जुड़े कुछ विशेष नियमों का पालन करना जरूरी होता है।

क्या महिलाएं शनि देव की पूजा कर सकती हैं?

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महिलाओं को शनिदेव की पूजा करने की अनुमति है। हालांकि, कुछ विशेष नियमों और सावधानियों के साथ उन्हें यह पूजा करनी चाहिए ताकि उनकी भक्ति फलदायक हो और वे शनिदेव की कृपा प्राप्त कर सकें।

प्रतिमा को न छूने की सलाह

पूजा करते समय महिलाओं को शनि देव की प्रतिमा को सीधे स्पर्श करने से बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि प्रतिमा को छूने से शनिदेव अप्रसन्न हो सकते हैं। इसलिए केवल मानसिक रूप से या दूर से ध्यान लगाकर पूजा करना उपयुक्त माना गया है।

तेल अर्पण का सही तरीका

महिलाएं शनि देव को तेल चढ़ाने की बजाय एक पात्र (कटोरी) में सरसों का तेल अर्पित करें और उसमें दीपक जलाएं। प्रतिमा पर सीधा तेल चढ़ाना वर्जित होता है।

मंदिर में पूजा कैसे करें?

अगर महिलाएं मंदिर में जाकर पूजा करना चाहें, तो उन्हें प्रतिमा के सामने सीधे खड़े होने से बचना चाहिए। उनकी पूजा शनि यंत्र या शनिदेव की छाया (छायापूजा) के माध्यम से करनी चाहिए।

घर पर पूजा का सुझाव

यदि संभव हो तो महिलाएं घर पर ही शनि देव की पूजा करें, लेकिन घर में उनकी मूर्ति स्थापित करने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी की सलाह जरूर लें, ताकि घर का वातावरण संतुलित बना रहे।

शनिवार को क्या करें?

शनिवार के दिन महिलाएं शनि मंदिर जाकर प्रतिमा के सामने जाने की बजाय, शनि से संबंधित वस्तुएं जैसे काला तिल, काली चना, लोहे की वस्तुएं या तेल का दान करें। इससे शनिदेव की कृपा बनी रहती है और उनकी टेढ़ी दृष्टि से बचाव होता है।

Disclaimer : यहां दी गई सारी जानकारी केवल सामान्य सूचना पर आधारित है। किसी भी सूचना के सत्य और सटीक होने का दावा Ghamasan.com नहीं करता।

Exit mobile version