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मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के प्रयास से सुलझा…पंडित प्रदीप मिश्रा और प्रेमानंद महाराज के बीच चल रहा विवाद

मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के प्रयास से सुलझा...पंडित प्रदीप मिश्रा और प्रेमानंद महाराज के बीच चल रहा विवाद

प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा इन दोनों राधा रानी और बरसाना से जुड़ी एक टिप्पणी को लेकर काफी ज्यादा चर्चाओं में चल रहे हैं। उनके द्वारा की गई टिप्पणी के बाद संत समाज उनके खिलाफ हो गया है। इतना ही नहीं कई जगह उनके पुतले तक जलाया जा रहे हैं। उनके द्वारा राधा रानी को लेकर की गई टिप्पणी पर स्वामी प्रेमानंद महाराज ने भी काफी नाराज की जाहिर की।

इतना ही नहीं वीडियो के माध्यम से उन्होंने पंडित प्रदीप मिश्रा को लेकर काफी कुछ कहा इसके बाद से ही विवाद कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है। अब खबर आ रही है कि, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के प्रयासों से हो गया है। शुक्रवार रात पंडित मिश्रा ने स्वामी प्रेमानंद से फोन पर संपर्क कर अपने कथन के लिए माफी मांगी तो स्वामीजी ने कहा, आवेश में कह गए शब्दों के लिए मुझे भी दुख है।

उन्होंने अपने कथन पर खेद भी व्यक्त किया। दोनों के बीच संवाद स्थापित करने की पहल भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने की थी। बता दें कि, इन दिनों पंडित मिश्रा की कथा ओंकारेश्वर के नजदीक चल रही है। शुक्रवार को मंत्री कैलाश विजयवर्गीय इस कथा में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान ही फ़ोन पर बात करते हुए। इस विवाद को खत्म किया।

दोनों के बीच लंबा संवाद हुआ और पंडितजी ने अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए कहा कि स्वामीजी जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, वह आधा-अधूरा है, इस कारण पूरी बात आपके सामने नहीं आ पाई। यह वीडियो 14 साल पहले महाराष्ट्र के कमलापुर में हुई मेरी कथा का है और इसे काट-छांटकर वायरल किया गया है।

वीडियो में केवल प्रारंभिक संवाद ही वायरल हुआ है। मैंने आगे जो कुछ कहा, वह आपके सामने नहीं आ पाया। भगवान श्रीकृष्ण, राधा रानी और बरसाना के प्रति अपनी अगाध श्रद्धा होने की बात कहते हुए पंडितजी ने कहा कि यदि मेरी वाणी से आपको ठेस पहुंची है तो मैं क्षमा भी चाहता हूं, मुझे माफ करें। पूरी बात से वाकिफ होने के बाद स्वामी प्रेमानंद ने कहा कि जिस स्वरूप में वीडियो मेरे सामने आया था, उसे देखने के बाद मेरे मन में आक्रोश उपजना स्वाभाविक था।

इस आक्रोश के कारण मैंने कुछ तल्ख टीका-टिप्पणी कर दी। इसका मुझे भी दुख है और मैं खेद प्रकट करता हूं। इसके कुछ ही देर बाद उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पंडित मिश्रा को लेकर की गई कड़ी टिप्पणी को डिलीट भी कर दिया।

 

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