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सावन में बना गुरु और शनि का दुर्लभ संयोग, 4 राशियों की चमकेगी किस्मत, धन वृद्धि सहित नई नौकरी-प्रमोशन के आसार

Shani-Guru-Yuti

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Shani-Guru Yuti : भगवान शिव के प्रिय मास सावन की शुरुआत हो चुकी है। इस बार ग्रहों की चाल एक अति दुर्लभ संयोग का निर्माण कर रही है। दरअसल 500 वर्षों के बाद ऐसा संयोग बन रहा है, जब न्याय के देवता शनि मीन राशि में वक्री हो रहे हैं।

वही देवगुरु बृहस्पति भी अपने उदित अवस्था में आ रहे हैं। ऐसे में ज्योतिषीय दृष्टिकोण से यह स्थिति बेहद शुभ मानी जा रही है। 13 जुलाई को बनने वाले इस संयोग का असर 28 नवंबर तक रहने वाला है। 140 दिन तक शनि के मीन राशि में वक्री रहेंगे और ऐसे में चार राशियों को मंगलकारी लाभ मिलने वाले हैं।

देवगुरु बृहस्पति के उदित होने का लाभ

जिन चार राशियों को शनि के वक्री रहने और देवगुरु बृहस्पति के उदित होने का लाभ मिलेगा। उनमें

दरअसल विशेषज्ञों की माने तो गुरु और शनि का यह संयोग अत्यंत शुभ फलदाई है। सावन के महीने में जब शिव भक्ति अपने चरण पर होती है। यह संयोग धार्मिक साधना, आध्यात्मिक उन्नति और धन संपत्ति में बढ़ोतरी के विशेष अवसर लेकर आ रहे हैं। ऐसे में शिवलिंग पर जल दूध और बेलपत्र चढ़ाना, ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करना, शनिवार और गुरुवार को विशेष पूजा करना शुभ रहेगा।

Note : यह आलेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।

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