भारत में भगवान शिव की पूजा को सबसे शक्तिशाली और त्वरित फल देने वाली पूजा माना गया है. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि शिवलिंग पर चंदन का तिलक लगाने की भी एक विशेष विधि होती है, जो जीवन में सुख, शांति, सफलता और स्वास्थ्य के चमत्कारी परिणाम ला सकती है.
विशेषकर अगर चंदन शिवलिंग की इन 7 विशिष्ट जगहों पर लगाया जाए, तो यह कुंडली के दोष, मानसिक तनाव, आर्थिक तंगी और पारिवारिक क्लेश को दूर करने में अद्भुत असर दिखाता है.
क्यों लगाया जाता है चंदन शिवलिंग पर?
चंदन को शास्त्रों में शीतल, शुद्ध और शांतिदायक माना गया है. यह नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करता है और आध्यात्मिक वातावरण को जागृत करता है.
भगवान शिव “भोलानाथ” हैं, उन्हें चंदन का लेप अत्यंत प्रिय है. यही कारण है कि शिवलिंग पर चंदन लगाकर हम भगवान को प्रसन्न करते हैं.
शिवलिंग की 7 विशेष जगहें जहां चंदन लगाना शुभ माना गया है:
1. लिंग के शीर्ष पर (Top Dome)- यह स्थान ब्रह्मांड की ऊर्जा का केंद्र है, यहां चंदन लगाने से बुद्धि और निर्णय क्षमता बढ़ती है.
2. पूर्व दिशा की ओर का भाग-जीवन में उगते सूर्य के समान सकारात्मक ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार होता है.
3. पश्चिम दिशा का भाग- यह भाग नकारात्मकता को बाहर निकालता है, चंदन लगाने से विरोधियों पर विजय मिलती है.
4. उत्तर दिशा का भाग- इसे धन और समृद्धि की दिशा माना गया है, यहाँ चंदन लगाने से आर्थिक लाभ और व्यापार में उन्नति होती है.
5. दक्षिण दिशा का भाग- यह पितृदोष और कालसर्प जैसे योगों को शांत करता है, चंदन लगाने से कर्ज, विवाद और डर दूर होते हैं.
6. शिवलिंग की जड़ (Base)- यह ऊर्जा का आधार होता है, चंदन लगाने से परिवारिक सुख और वैवाहिक शांति मिलती है.
7. गर्दन जैसे भाग (Yoni base के ऊपर)- इसे शिव-शक्ति का मिलन स्थल माना जाता है, यहां चंदन लगाने से संतान सुख और जीवन की स्थिरता मिलती है.
कैसे करें चंदन अर्पण? (विधि)
सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें, चंदन को ताजे जल में घिसकर तैयार करें, शिवलिंग पर चंदन अर्पित करते हुए निम्न मंत्र बोलें, “ॐ नमः शिवाय” या “ॐ त्र्यम्बकं यजामहे…” इन 7 स्थानों पर चंदन का तिलक करें — दिशाओं का ध्यान रखते हुए, अंत में बेलपत्र, जल और फूल चढ़ाकर आरती करें.