हरियाली तीज का व्रत सुहागन महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। इस व्रत को सुहागन महिलाएं और कुंवारी कन्याएं भी रखती है। यह व्रत महिलाओं के लिए अत्यंत शुभ और पावन माना जाता है। हरियाली तीज का व्रत मां पार्वती और भगवान शिव के पुनर्मिलन की स्मृति में मनाया जाता है।
इस व्रत को जो भी महिलाएं करती है उनके घर में सुख शांति और समृद्धि का वास बना रहता है। इस व्रत को जो भी महिलाएं करती है उनको कुछ नियमों का पालन करना होता है। इस व्रत में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
नमक के सेवन से बचे
हरियाली तीज पर सभी महिलाएं व्रत के समय फलाहार का सेवन करती है। लेकिन महिलाओं को इस बात का खास ध्यान रखना होता है की हरियाली तीज नमक का सेवन नहीं करना है। नमक को इस व्रत में वर्जित माना गया है अगर आप इसका सेवन करते हैं तो आपके व्रत में बाधाएं उत्पन्न हो सकती है।
प्याज लहसुन के सेवन से बचे
हरियाली तीज के इस व्रत में महिलाओं को लहसुन प्याज के सेवन से बचना चाहिए। इस व्रत में लहसुन और प्याज जैसे तामसिक पदार्थ का सेवन वर्जित है अगर आप इसका सेवन करते हैं तो व्रत में बाधाएं उत्पन्न हो सकती है।
मांस और मदिरा के सेवन से बचे
हरियाली तीज के इस व्रत में महिलाओं को मांस और मदिरा के सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि इस व्रत में इन पदार्थों का सेवन वर्जित है। अशुद्ध पदार्थ से दूरी बनाए रखें ताकि आपका व्रत बिना बाधा के पूरा हो सके।
पीतल या कांसे के बर्तनों में खाना पकाएं
हरियाली तीज के इस व्रत में आपको भोजन लोहे के बर्तन में नहीं बनाना है। इस व्रत में लोहे के बर्तन से खाना खाना वर्जित माना गया है। अगर आप खाना बनाते हैं तो पीतल या कांसे के बर्तन में बनकर ही खा क्योंकि वह शुभ माना जाता है।
बासे भोजन के सेवन से बचे
हरियाली तीज के इस व्रत को बेहद पवित्र और अत्यंत शुभ माना जाता है। इस व्रत में गलती से भी बासी भोजन का सेवन न करें। इस व्रत में बासी भोजन का सेवन करना वर्जित है। ऐसे में आप फल, दूध, सूखे मेवे का सेवन कर सकते हैं जो की शुभ माना जाता है।