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Numerology के 3 सबसे पावरफुल नंबर! दौलत, शोहरत.. इन्‍हें म‍िलता है सबकुछ, जानें क्‍या है आपका अंक

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Numerology : अंकज्योतिष (Numerology) एक प्राचीन विद्या है जो हमारी जन्मतिथि के आधार पर हमारे जीवन और व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले विशेष नंबरों की पहचान करती है। इसमें यह बताया जाता है कि नंबर न केवल हमारी किस्मत को दिशा देते हैं, बल्कि हमारे जीवन की ऊर्जाओं को भी संतुलित करते हैं। 1 से 9 तक के नंबरों के जरिए भाग्य और भविष्य का अनुमान लगाया जाता है।

मूलांक और भाग्यांक: कैसे निकालें?

अंकज्योतिष में दो प्रमुख नंबर होते हैं: मूलांक और भाग्यांक।

मूलांक:

मूलांक आपकी जन्मतिथि का योग होता है। उदाहरण के लिए:

भाग्यांक:

यह आपकी पूरी जन्मतिथि (दिन, महीना, वर्ष) के अंकों का योग होता है। इसे डेस्टिनी नंबर भी कहा जाता है।

उदाहरण:

भाग्यांक:

29 अगस्त 1998 को जन्मे व्यक्ति का भाग्यांक 1 होगा।

जीवन में नंबरों का महत्व

हमारे जीवन के हर पहलू में नंबर मौजूद होते हैं। चाहे वह हमारी जन्मतिथि हो, मोबाइल नंबर, घर का पता, वेतन, या घड़ी का समय। इसीलिए, नंबर हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हर नंबर के अपने विशेष प्रभाव और गुण होते हैं। कोई भी नंबर अच्छा या बुरा नहीं होता, लेकिन हर नंबर के साथ कुछ सकारात्मक और नकारात्मक विशेषताएं जुड़ी होती हैं।

ब्रह्मांड के सबसे शक्तिशाली नंबर

अंकज्योतिष के अनुसार, हर नंबर के अपने गुण होते हैं, लेकिन इनमें से तीन नंबर सबसे शक्तिशाली और महत्वपूर्ण माने जाते हैं। ये नंबर हैं: 1, 5 और 6

नंबर 1: नेतृत्व और ऊर्जा का प्रतीक

नंबर 1 को अंकज्योतिष में बहुत शक्तिशाली माना जाता है। यह सूर्य का नंबर है और इसे नेतृत्व, ऊर्जा, और शक्ति का प्रतीक माना जाता है।

नंबर 5: स्थिरता और सफलता की कुंजी

नंबर 5 बुध ग्रह से संबंधित है और इसे अंकज्योतिष में “मास्टर की” (Master Key) कहा जाता है। यह नंबर चार्ट को संतुलित करने और जीवन में स्थिरता लाने का काम करता है।

नंबर 6: धन, शोहरत और लग्जरी का नंबर

नंबर 6 शुक्र ग्रह का प्रतीक है और इसे सौंदर्य, धन, और भौतिक सुखों का कारक माना जाता है।

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