इस्लाम धर्म का पवित्र त्योहार ईद गुरुवार को देश भर में मनाया जा रहा है। इस दौरान दुनिया और देशभर के लोग मना रहें है। हर बार की तरह इस बार भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ईद की नमाज में एक सभा को संबोधित किया । इस दौरान दोहराते हुए कहा कि राज्य नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019, राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर और समान नागरिक संहिता को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने उपस्थित लोगों को चुनाव के दौरान कुछ लोगों की साजिश का शिकार न बनने की चेतावनी भी दी।
अपने संबोधन को शुरूआत करते हुए सीएम ममता ने कहा कि ईद मुबारक। यह खुशियों की ईद है। यह ताकत देने की ईद है। इस ईद को एक महीने तक रोजा रखकर मनाना बहुत बड़ी बात है… हम देश के लिए खून बहाने को तैयार हैं लेकिन अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेंगे। देश के लिए समान नागरिक संहिता स्वीकार्य नहीं है। उन्होनें कहा कि मैं सभी धर्मों में सद्भाव चाहती हूं।
बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, अगर हम एकजुट होकर रहेंगे तो कोई हमें नुकसान नहीं पहुंचा पाएगा।.अगर कोई दंगा करने आता है, तो आपको चुप रहना चाहिए, अपना सिर ठंडा रखना चाहिए…अगर कोई विस्फोट होता है, तो वे (भाजपा) सभी को गिरफ्तार करने के लिए एनआईए भेजते हैं। सभी को गिरफ्तार करने से आपका देश उजाड़ हो जाएगा। .हम एक सुंदर आकाश चाहते हैं जिसके लिए सभी को एक साथ रहना होगा।
ममता बनर्जी का यह बयान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा सीएए पर कथित तौर पर लोगों को गुमराह करने और वोट बैंक की राजनीति के लिए घुसपैठियों को सुविधा देने के लिए तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो पर तीखे हमले के एक दिन बाद आया है, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया है कि शरणार्थियों को बिना किसी आशंका के नागरिकता के लिए आवेदन करना चाहिए।