राष्ट्रीय बालिका दिवस पर बोली रानी मुखर्जी- भाग्यशाली हूं कि मुझे फिल्मों में फिमेल कैरेक्टर मिले

Ayushi
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आज राष्ट्रीय बालिका दिवस है ऐसे मौके पर बॉलीवुड एक्ट्रेस रानी मुखर्जी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बात करते हुए कहा है कि उन्होंने समाज को बदलने वाली सिनेमा की शक्ति में उन बदलावों की शुरुआत की, जिनसे महिलाओं को लाभ मिल सके। 24 साल से बॉलीवुड में छाई रहने वाली अभिनेत्री खुद को सौभाग्यशाली मानती हैं कि उन्होंने बड़ी फिल्मों में लीड कैरेक्टर का रोल प्ले किया है। आगे उन्होंने कहा कि लड़कियों को अच्छी तरह से पेश करने से, सिनेमा निश्चित रूप से यह दिखाने की दिशा में योगदान करने की कोशिश करता है कि लड़कियां किस तरह से ज्यादा ताकतवर हो सकती हैं, जैसा कि समाज उन्हें अधिक ताकतवर रूप में देखना चाहता है।

सिनेमा में सामाजिक परिवर्तन को प्रभावित करने की शक्ति है और अभिनेता लोगों से बात करने और अपनी पसंद की फिल्मों के माध्यम से सकारात्मक बदलाव लाने की बुनियाद रखने की शक्ति रखते हैं। इसके आगे उन्होंने कहा कि मैं एक महिला कलाकार के रूप में भाग्यशाली रही हूं, जिनके पास मजबूत महिला नायक वाले प्रोजेक्ट थे और ईमानदारी से कहूं तो मैंने जानबूझकर ऐसी परियोजनाओं की तलाश करने की भी कोशिश की है, जो महिला प्रधान थे। उन्होंने इस बात का भी खुलासा किया है कि भूमिकाएं और फिल्में चुनते समय उनके दिमाग में हमेशा एक विशिष्ट योजना होती है।

उन्होंने अपनी बात को विस्तार देते हुए कहा कि मैं चाहता हूं कि मेरा काम दुनिया को जोर-शोर से बताए कि मेरे ब्रांड और सिनेमा की भूमिकाओं के साथ मेरा इरादा क्या था, और आज, मैं खुश हूं कि मैंने अच्छी भूमिकाएं चुनीं। मैं ऐसा इसलिए कहती हूं क्योंकि मैं समाज की रूढ़िवादिता को महिलाओं पर थोपने से रोकने की दिशा में काम करना चाहती थी। आपको बता दे, उनको उम्मीद है कि वह अपनी भूमिकाओं के माध्यम से महिलाओं को मजबूत और स्वतंत्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। अधिकांश किरदार जो मैंने निभाए, उनमें ‘हम तुम’ में रिया, मर्दानी’ में शिवानी, या ‘हिचकी’ में नैना, अधिकांश ने महिलाओं को मजबूत, स्वतंत्र, आगे की सोच रखने वाले शख्सियत के रूप में पेश किया है, जो डरने वाली नहीं हैं और अपने दिल की आवाज सुनने और सही काम करने की क्षमता रखती हैं।