Rajyog 2024: ये 3 बड़े ग्रह बना रहे ‘धनशक्ति’ राजयोग, जल्द इन राशि के जातकों को मिलेगा छप्पर फाड़ पैसा!

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ज्योतिष शास्त्रों में ग्रहों के राशि परिवर्तन का प्रभाव हमारी राशियों के ऊपर देखने को मिलता है। धार्मिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति के जीवन में ग्रह एक निश्चित अवधि के लिए राशियों में गोचर करके कई शुभ और अशुभ योग का बनाते हैं। जिसका प्रभाव हमारी सभी राशियों के जातकों पर दिखाई देने लगता है। इसी तरह ज्योतिष में ग्रहों के परिवर्तन से कई तरह के योग और राजयोग का भी निर्माण होता है।

गौरतलब है कि शास्त्रों के अनुसार कई ग्रह ‘क्रूर ग्रह’ भी माने जाते हैं, जिनका प्रभाव हमारे जीवन में तेज हो जाने से हमें कई तरह की समस्यों का सामना करना पड़ता है। इनमें सबसे प्रभावशाली ग्रह है ‘शनि’। वहीं शनि अभी कुम्भ राशि में विराजमान हैं और ऐसे में फरवरी के आखिरी में शुक्र-मंगल भी कुम्भ राशि में गोचर करने जा रहे हैं, जिससे कुम्भ राशि में इन तीनों राशि के मिलने से ‘त्रिग्रही’ बन रहा है, जो कई योग का निर्माण कर रहा है।

बताया जा रहा है कि लगभग 5 साल के बाद शनि, मंगल और शुक्र की युति कुम्भ राशि में होने जा रही है। इन तीनों ग्रहों से ‘धन शक्ति’ राजयोग का निर्माण होगा, जिसका प्रभाव इन तीन राशियों पर पड़ता हुआ दिखाई देगा, जिससे शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव कम होगा और ख़राब किस्मत में ख़ुशी का माहौल नजर आएगा। तो आइयें जानते है कौन-कौन सी है वह तीन राशि…

वृषभ राशि

धन शक्ति राजयोग का सकारात्मक प्रभाव वृषभ राशि के ऊपर होने वाला है। इस राजयोग से आपके व्यापर में वृद्धि के साथ-साथ आप जो भी कार्य करेंगे उसमें आपको सफलता प्राप्त होगी। वहीं ये राजयोग के चलते शादीशुदा लोगों का वैवाहिक जीवन शानदार हो जाएगा और जीवन में खुशहाली नजर आएगी।

कुंभ राशि

धन शक्ति राजयोग के चलते शनि शुक्र और मंगल एक साथ कुंभ राशि में मिलने जा रहे हैं, जिससे कुंभ राशि पर पड़ने वाला शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव है वह ख़त्म हो जायेगा। साथ ही इस राजयोग से कुम्भ राशि के जातकों का बिगड़ा हुआ कार्य बनने के आसार है। वहीं अपार धन के साथ ही स्वास्थ्य में भी लाभ का योग बन रहा है।

मीन राशि

जैसे ही ‘धनशक्ति’ राजयोग से कुंभ राशि के जातकों की किस्मत बदलेगी वैसे ही मीन राशि पर भी शनि साढ़ेसाती और ढैया का प्रभाव कम होता हुआ नजर आएगा। इस राजयोग से इन राशि के जातकों का मानसिक तनाव समाप्त हो जाएगा। साथ ही व्यापार से आय के स्रोतों में भी आपको बढ़ोतरी मिलेगी, जिससे आर्थिक तंगी दूर होगी।