राजमाता शासकों के बीच में उपासक थी: नरोत्तम मिश्रा

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राजमाता विजयाराजे सिंधिया की 102 वीं जयंती के अवसर पर आज यह आयोजन हिंदी तिथि के अनुसार राजमाता का जन्मदिन करवा चौथ के दिवस पर मनाया गया। यह आयोजन सालों से उनकी बेटीयां राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया एवं प्रदेश की कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया करती चली आ रही हैं। रविवार को सिंधिया राजघराने की कटोरा ताल स्थित छतरी परिसर में आज राजेन्द्र पारिक एण्ड ग्रुप द्वारा भजन संध्या के माध्यम से अम्मा महाराज को याद करते हुए उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर संतोष गुरूजी, एवं डोली बुआ महाराज, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, उद्यानिकी एव खाद्य प्रसंस्कर मंत्री भारत सिंह कुशवाह, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, सांसद केपी यादव, सांसद संध्या राय पूर्व मंत्री माया सिंह, वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक जयभान सिंह पवैया, कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार, पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता सहित भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ अम्मा महाराज राजमाता का स्मरण करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की। राजमाता के समाधि स्थल पर पुष्पाजंलि देने के लिए बड़ी तादात में भाजपा नेता और कार्यकर्ता सहित ग्वालियर के वरिष्ठ नागरिक पहुंचे।

इस अवसर पर राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया ने आज करवा चौथ के पवित्र दिन के अवसर पर महिलाओं को करवाचौथ के वृत्त पर सभी को बधाई दी। ग्वालियर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर अम्मा महाराज को याद करते हुए परिवार की मुखिया बताते हुए उन्हें याद किया अम्मा महाराज के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अम्मा महाराज राजनीति नहीं करती थी वह एक जनसेवक थी, जनसेवा के माध्यम से वह लोकमाता बनी। वहीं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने राजमाता को पार्टी और हिंदुत्व के प्रति समर्पित महान शख्सियत बताया है।

बिना मोह और स्वार्थ के जनसेवा की है और माँ की ममता के साथ अम्मा महाराज को याद करते हुए कहा कि राजमाता साहब शासकों के बीच में उपासक थी विकारों के अंदर निर्विकार थी, राजमाता की जयंती पर पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया ने भी कटोरा ताल छत्री पर पहुंचे और पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राजमाता एक राजनीतिक व्यक्तित्व तक ही सीमित नहीं हैं। वह हिंदुत्व के लिए समर्पित रहीं। संतों और गायों के सम्मान के लिए काम किया। मेरा और राजमाता का साथ अयोध्या आंदोलन से लेकर हिंदुत्व आंदोलन तक 15 साल तक रहा है। इसलिए मैं उनको नमन करता हूं। प्रदेश में पहली गैर कांग्रेसी सरकार बनाते समय मुख्यमंत्री का पद नहीं लिया। भाजपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद की भी चाह नहीं की और प्रस्ताव अस्वीकार दिया।

बिना मोह और स्वार्थ के सिर्फ जनसेवा की। इस अवसर पर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर सहित ग्वालियर जिलाध्यक्ष कमल माखिजानी एवं ग्रामीण जिलाध्यक्ष कौशल शर्मा, अनुराग बंसल, हरीश मेवाफरोस, देवेश शर्मा पूर्व अध्यक्ष, अभय चौधरी, रविन्द्र राजपूत, जयसिंह कुशवाह, पारश जैन, वीरेन्द्र गंगवाल, श्रीकिशनदास गर्ग, अशोक गोयल, महिला जिलाध्यक्ष खुशबू गुप्ता, नीलिमा चंदेल, सुमन शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ता शहर के गणमान्य नागरिक सहित अन्य नेताओं ने अम्मा महाराज को याद करते हुए उनके संस्मरणों को सुनाया साथ पुष्पांजलि अर्पित की इस अवसर पर संचालन वरिष्ठ समाजसेवी संदीप जैन द्वारा किया गया।