राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के लिए अपने बागियों को मनाने का भी अंतिम मौका है। चुनाव में नामांकन पत्र भर चुके चेहरों के लिए नाम वापस लेने की आज अंतिम तारीख है। वसुंधरा राजे और सचिन पायलट अपने बागियों को मनाने की जद्दोजहद में लगे है।

वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री निवास में 2 दिनों से अपने नाराज बीजेपी के विधायकों को मनाकर घर वापसी करवा रही हैं। तो कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और मुकुल वासनिक के साथ कांग्रेस मुख्यालय में बागियों को मनाने की कमान संभाल रखी है।

बागियों को मनाने और नाम वापसी का आज आखिरी दिन है। बीजेपी के आठ बागी नाम वापसी के लिए तैयार हो गए हैं। कोटा के लाडपुरा से विधायक भवानी सिंह राजावत और फायर ब्रांड हिंदुत्व के नेता रामगढ़ विधायक ज्ञानदेव आहूजा। अमित शाह से मीटिंग के बाद आहूजा आज सांगानेर क्षेत्र से प्रत्याशी के रूप में नामांकन वापस लेंगे। इसी तरह कांग्रेस के सोलह बागी मान गये है। विराट नगर के विधायक कांग्रेस नेता रामचंद्र सराधना और हाजी कयूम ने नाम वापस लेने के लिए हां भर दी है.
गुरुवार शाम तक दोनों ही पार्टियों की कोशिश रहेगी कि अपने-अपने दल के बागियों को बैठा दिया जाए। बागियों से कहा जा रहा है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में उन्हें टिकट दिया जाएगा।
कांग्रेस के बड़े नेता किशनगढ़ से बागी नेता नाथूराम सिनोदिया, दूदू से बाबूलाल नागर और विधाधर नगर से विक्रम सिंह ने बात मानने से इनकार कर दिया है। वसुंधरा सरकार के मंत्री हेमसिंह भड़ाना, धन सिंह रावत, सुरेंद्र गोयल और विधायक निमामा ने नाम वापसी से इनकार कर दिया है।