जयपुर: राजस्थान में सचिन पायलट के बगावती रूख से अशोक गहलोत की सरकार पर खतरा मंडराने लगा है। सचिन पायलट इन दिनों दिल्ली में है और उनके भाजपा में जाने की अटकलें भी तेज हो गई है। इसी बीच कांग्रेस ने भी अपने सख्त तेवर अपना लिए है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायक दल की बैठक बुलाई है और लिए विधायकों को व्हिप जारी किया गया है।
विधायकों को जारी व्हिप में कहा गया है कि यदि कोई भी कांग्रेस का विधायक बैठक में शामिल नहीं होता है तो उसकी सदस्यता जाएगी। कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने कहा है कि 109 विधायकों का समर्थन पत्र मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास पहुंच गया है और वे सोमवार सुबह मीटिंग में आएंगे। बाकी लोग अगर नहीं आते हैं तो उनकी सदस्यता चली जाएगी।
इस पूरे मामले पर बोलते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि हम किसी व्यक्ति की बात नहीं कर रहे हैं, हमें नहीं लगता है कि कोई नहीं आएगा। हालांकि नेताओं का इशारा साफ तौर पर सचिन पायलट की तरफ माना जा रहा है।
इससे पहले जयपुर में मुख्यमंत्री आवास पर कांग्रेस की प्रेस वार्ता हुई। इसमें अविनाश पांडे ने कहा कि सोनिया गांधी के निर्देशों पर जयपुर आए हैं। 109 विधायक के समर्थन पत्र की चिट्ठी मुख्यमंत्री को दे चुके हैं, कुछ अन्य विधायक भी संपर्क में हैं। सुबह 10 बजे कांग्रेस विधयाक दल की बैठक है। बैठक को लेकर व्हिप जारी किया गया है। जो बैठक में नहीं होंगे मौजूद, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक करवाई की जाएगी। व्हिप का उल्लंघन करने पर पार्टी की सदस्यता समाप्त हो सकती है।