रायपुर : CGteeka वेब पोर्टल के शुरू होते ही 72 हजार पार पहुंचा पंजीयन

Ayushi
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रायपुर: कोरोना से बचाव के लिए राज्य के 18 से 44 आयु के सभी वर्ग के लोगों के लिए सुविधाजनक तरीके से टीका लगवाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने सीजी टीका वेब पोर्टल का शुभारंभ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा 12 मई की शाम को अपने निवास कार्यालय में किया गया। इस वेबपोर्टल के शुभारंभ के 24 घण्टें के भीतर आज 13 मई को दोपहर 3 बजे तक 72 हजार 269 लोगों ने अपना पंजीयन कराया लिया है, इसमें 862 अंत्योदय, 7 हजार 645 बीपीएल, 2 हजार 486 फ्रंट लाईन वर्कर और 61 हजार 276 एपीएल श्रेणी के लोग शामिल है। टीकाकरण के लिए वेबपोर्टल में पंजीयन की प्रक्रिया सतत रूप से जारी है।

गौरतलब है कि इस वेबपोर्टल में ऑनलाईन पंजीयन के साथ-साथ यह सुविधा भी उपलब्ध है कि बिना मोबाइलधारी व्यक्ति भी जिला प्रशासन द्वारा पंचायतों, नगरीय निकायों एवं नगर निगमों सहित अन्य स्थानों पर स्थापित हेल्प डेस्क के सहयोग से अपना पंजीयन इस वेब पोर्टल में कराकर टीका लगवा सकता है।

छत्तीसगढ़ सरकार का सीजी टीका वेब पोर्टल यहां के लोगों की सामाजिक और भौगोलिक परिस्थिति को ध्यान में तैयार किया गया है, ताकि लोगों को टीकाकरण के लिए किसी भी तरह की परेशानी न हो। छत्तीसगढ़ सरकार की इस अभिनव पहल से लोगों को अब कोरोना का टीका लगवाने के लिए न तो लम्बी लाइनें लगानी पड़ेंगी न ही समय गवाना पड़ेगा। सीजी टीका वेब पोर्टल में पंजीयन के लिए लिंक

http://cgteeka.cgstate.gov.in/user-registration

http://cgteeka.cgstate.gov.in

पर जानकारी अपलोड करनी होगी। पंजीयन की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद संबंधित व्यक्ति को टीकाकरण के स्थान और समय की जानकारी एसएमएस के जरिए मिल जाएगी। जिन लोगों के पास मोबाइल अथवा नेट कनेक्टिविटी की सुविधा उपलब्ध नहीं है, ऐसे लोगों के पंजीयन के लिए कलेक्टर द्वारा पंचायत मुख्यालयों, नगरीय निकायों एवं नगर निगम सहित अन्य सुविधाजनक स्थानों पर हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएंगे, जहां लोग अपना पंजीयन करा सकेंगे।

बता दें कि एनटीएजीआई ने कोविड-19 रोधी कोविशील्ड टीके की दो खुराकों के बीच अंतर बढ़ाकर 12-16 हफ्ते करने की सिफारिश की थी. कोवैक्सिन की खुराकों के बीच अंतराल में किसी तरह के बदलाव की अनुशंसा नहीं की गई है. समूह ने कहा है कि गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को कोई भी टीका लगवाने का विकल्प दिया जा सकता है. समूह ने कहा है कि गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 का कोई भी टीका लगवाने का विकल्प दिया जा सकता है और स्तनपान करवाने वाली महिलाएं बच्चे को जन्म देने के बाद किसी भी समय टीका लगवा सकती हैं.

अभी कोविशील्ड की दो खुराकों के बीच का अंतराल चार से आठ हफ्ते हैं. यह अनुशंसा ऐसे समय में की गई है जब कई राज्यों ने टीकों की कमी की बात कही है. घरेलू स्तर पर टीकों की आपूर्ति की कमी और बढ़ती मांग के बीच दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना समेत कई राज्यों ने कोरोना वायरस रोधी टीकों की खरीद के लिए वैश्विक निविदा आमंत्रित करने का फैसला किया है.

एनटीएजीआई की हालिया बैठक के बाद आए ये सुझाव टीकाकरण को देखने वाले कोविड-19 संबंधी राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह को भेजे जाएंगे. समूह ने कोविड टीकाकरण से पहले टीका लगवाने आए लोगों की नियमित रैपिड एंटीजन जांच करवाने का प्रस्ताव ठुकरा दिया. एनटीएजीआई ने यह भी कहा है कि जो लोग कोविड-19 से पीड़ित रह चुके हैं और जांच में उनके सार्स-सीओवी-2 से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, उन लोगों को स्वस्थ होने के बाद छह महीने तक टीकाकरण नहीं करवाना चाहिए.

एनटीएजीआई ने कहा है कि स्तनपान करवाने वाली सभी महिलाएं बच्चे के जन्म के बाद कभी भी टीका लगवा सकती हैं. वर्तमान के टीकाकरण प्रोटोकॉल में कहा गया है कि चूंकि अभी तक के क्लिनिकल ट्रायल में गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को शामिल नहीं किया गया है, अत: उन्हें टीका नहीं लगाया जाना चाहिए.