Train Accident : देश में लगातार ट्रेन दुर्घटनाएं हो रही है। ऐसे में ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे ने हर किसी को झगझोर कर रख दिया है। इस ट्रेन हादसे में करीब 261 यात्रियों की जान चली गई है, तो वहीं 900 से अधिक यात्री अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। ऐसे में सरकार ने मरने वालों और घायलों को 10 लाख मुआवजा देने की घोषणा की है। ऐसे में हम आपको बता दें कि रेलवे यात्री जब टिकट बनवाते है उस समय अपना इंश्योरेंस भी करवा सकते हैं।
जैसा कि आप सभी जानते हैं देश में हो रहे ट्रेन हादसे के बाद हर कोई ट्रेन में सफर करने से डरते हैं ।ऐसे में अगर बालासोर जैसा हादसा हो जाए तो फिर ट्रेन में चढ़ते ही यह घटना हर किसी को झगझोर देती है। भारत में ट्रेन का साम्राज्य मकड़ियों की जाल की तरह फैला हुआ है। हर दिन ट्रेन में लाखों यात्री ट्रेन में सफ़र करते हैं। इसके पीछे की वजह ट्रेन में सफर सुविधाजनक और सस्ता होता है। ऐसे में ट्रेन में सफ़र करने वाले यात्रियों को रेलवे ट्रैवल इंश्योरेंस के बारे में बता रहे है। जिससे आप दुर्घटना के समय इंश्योरेंस होने से रेलवे आपकी मदद करेगा।
टिकट बुकिंग के समय करवाए इंश्योरेंस
आईआरसीटीसी के द्वारा टिकट की बुकिंग की जाती है। ऐसे में आपको इंश्योरेंस का लाभ भी मिलेगा। हालांकि बहुत ऐसे कम लोग हैं जो इस ऑप्शन का चुनाव करते हैं, लेकिन कुछ लोग जानकारी होते हैं जो रेलवे ट्रैवल इंश्योरेंस का ध्यान रखते हुए इसका लाभ लेते हैं ।बता दें रेलवे यात्रा में होने वाले नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी करती है ।अगर आप ट्रेन में सफर कर रहे हैं और आपके साथ खुदाना खस्ता कोई दुर्घटना हो जाए उसमें जितना भी इलाज में पैसा लगेगा पूरा इंश्योरेंस कंपनी वहन करेगी।
इस तरह करें इंश्योरेंस
जब भी आप आईआरसीटीसी के जरिए टिकट बुकिंग करते हैं उस समय ट्रैवल इंश्योरेंस का एक विकल्प दिखाई देता है। उसे चुनने के बाद ईमेल आईडी और फोन नंबर पर एक लिंक भेजा जाएगा उसे लिंक पर जाकर नॉमिनी की डिटेल भर सकते हैं। इसके बाद बीमा पॉलिसी में नॉमिनी होने पर बीमा क्लेम दिया जाएगा। इस इंश्योरेंस के लिए आपको बस कुछ ही पैसे खर्च करना होंगे।
अगर आप कोई दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं उस समय रेलवे यात्री की मृत्यु हो जाए तो आपको 10 लाख बीमा राशि के रूप में दिए जाएंगे। वहीं विकलांग हो जाने पर 10 लाख की धनराशि दी जाएगी। अगर कोई यात्री आंशिक तौर पर विकलांग होगा तो उसे साढे सात लाख रुपये बीमा कंपनी की तरफ से दिए जाएंगे। वहीं घायल होने पर ₹2 लाख अस्पताल खर्च भी मिलेगा। वहीं हादसा होने के बाद व्यक्ति या नॉमिनी या उसका उत्तराधिकारी बीमा क्लेम कर सकता है।
ज्यादा लाइक इंश्योरेंस प्रदान करने वाली कंपनी के नजदीकी ऑफिस जाना होगा। इसके बाद नॉमिनी या पैसेंजर अपना आधार कार्ड पैन कार्ड और अस्पताल का भी लिया डेड सर्टिफिकेट जैसे डॉक्यूमेंट को जमा करवाएंगे ।इसके बाद वेरीफिकेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद खाते में पैसे ट्रांसफर किए जाएंगे। वही आपको क्लेम एक्सीडेंट के चार महीने के अंदर ही करना होगा, तभी जाकर आपको ये इंश्योरेंस की राशि मिल पाएगी।