इंडियन रेलवे रेल यात्रियों के लिए एक नई खबर लेकर आई है जिसमें रेलवे ने कुछ नई जरूरी गाइडलाइन जारी की हैं। रेलवे यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा देने का प्रयास कर रहा हैं। इसी विषय में आगे बढ़ते हुए रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए कुछ जरूरी गाइडलाइन जारी की हैं। भारतीय रेलवे की मदद से लाखों की संख्या में रोजाना लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर यात्रा करते हैं। आईआरसीटीसी इसी तरह नए नियम बनाकर आईआरसीटीसी पुराने नियमों को आसान बना देती हैं। हालांकि भारतीय रेलवे आए दिन अपनी सेवाओं में लगातार कुछ न कुछ अपडेट करता रहता हैं। इसी तरह वरिष्ठ नागरिकों की शिकायत है कि उन्हें आसानी से नीचे वाली बर्थ नहीं मिलती हैं।
हाल ही में एक ट्विटर यूजर ने खा हैं कि , ‘मैंने अपने अंकल के लिए कल शाम (PNR 2448407929) टिकट बुक किया था जिसमें मैंने पहली वरीयता में लोअर बर्थ का विकल्प चुना था। क्योंकि उनका एक पैर कट गया है और वह अपर या मिडिल बर्थ पर यात्रा नहीं कर सकता। लेकिन इसके बावजूद मुझे अपर बर्थ मिली।’
ऐसे करें बुक-
इस ट्वीट के मुताबिक IRCTC ने बताया कि उस शख्स को नीचे की ही बर्थ क्यों मिली। आईआरसीटीसी ने कहा है कि ‘सर आपने पीएनआर नं. 2448407929 सामान्य कोटा के तहत बुक किया हैं। आप सामान्य कोटा में निचली बर्थ को दे सकते है लेकिन बर्थ का आवंटन उपलब्धता पर निर्भर करता हैं। इसके बाद आपको ‘Reservation Choice Book only if lower berth is allotted’ चुनना होगा।
एक अन्य ट्वीट में आईआरसीटीसी ने आगे लिखा, ‘कृपया ध्यान दें कि सामान्य कोटा में निचली बर्थ का आवंटन पूरी तरह से उपलब्धता पर निर्भर करता है और इसमें किसी भी प्रकार का कोई हस्तक्षेप नहीं किया जाता है। इसके अलावा, आप ऑन ड्यूटी टीटीई से संपर्क कर सकते हैं जो जरूरतमंदों को खाली निचली बर्थ उपलब्ध करने में सहयोग करते हैं।’
रेलवे नियम क्या कहते हैं?
रेलवे नियमों के मुताबिक, स्लीपर क्लास में प्रति कोच 6 लोअर बर्थ और एसी-3 टियर में 3 लोअर बर्थ और स्लीपिंग क्लास वाली सभी ट्रेनों में एसी-2 टियर क्लास में वरिष्ठ नागरिकों के लिए कोटा चुना जाता हैं। वहीं, अगर ट्रेन में नीचे की कोई बर्थ खाली रहती है, तब किसी विकलांग व्यक्ति, वरिष्ठ नागरिक या गर्भवती महिला, जिसे ऊपर या बीच की बर्थ मिली है, टिकट चेकिंग स्टाफ से अनुरोध करके ऐसा किया जा सकता हैं। इसी तरह आप अपनी बर्थ को बदल सकते हैं।