रक्षा कमेटी की बैठक से राहुल का वॉकआउट, इस मुद्दे पर करना चाहते थे चर्चा

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नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने आज यानि बुधवार शाम को संसदीय रक्षा कमेटी का वॉकआउट कर दिया। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि रक्षा कमेटी के सामने राहुल गांधी ने डोकलाम समेत बॉर्डर के दूसरे मुद्दों पर चर्चा करने की मांग की थी, लेकिन उनकी मांग को खारिज कर दिया गया। जिसके बाद राहुल गांधी समेत दूसरे कांग्रेस सांसद रक्षा कमेटी के बैठक से बाहर आ गए। मिली जानकारी के मुताबिक, रक्षा कमेटी के सामने राहुल गांधी और बाकी कांग्रेस सांसदों ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर चर्चा करने की मांग की थी। लेकिन कमेटी के अध्यक्ष ने उनकी ये मांग ठुकरा दी। जिसके बाद राहुल कांग्रेस सांसदों के साथ मीटिंग से उठकर चले गए।

पहले भी कर चुके हैं वॉकआउट

आपको बता दें कि, इससे पहले पिछले साल यानी 2020 के दिसंबर में भी राहुल गांधी ने रक्षा कमेटी की बैठक का वॉकआउट कर दिया था। दरअसल उस समय चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत कमेटी को रक्षा यूनिफॉर्म के बारे में जानकारी दे रहे थे। इस दौरान राहुल ने उन्हें टोकते हुए सवाल उठाए कि लद्दाख में हमारी तैयारी क्या है? चीन के खिलाफ हमारी रणनीति क्या है? इस पर चर्चा होनी चाहिए। इसके बाद कमेटी के अध्यक्ष जुआल ओराम ने राहुल को बीच में बोलने से रोका तो राहुल बैठक छोड़कर चले गए।

इस दौरान राहुल के साथ कांग्रेस के कई सांसद भी वहां से चले गए। जिसके बाद उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को चिट्ठी लिखी। इस चिट्ठी में राहुल गांधी ने कहा था कि बैठक में उन्हें बोलने नहीं दिया गया जो गैर लोकतांत्रिक और उनके अधिकारों का हनन है।

मोदी सरकार पर लगाया आरोप

आज यानि बुधवार की सुबह ही राहुल गांधी ने एक अखबार की कटिंग को शेयर करते हुए एक बार फिर से मोदी सरकार पर निशाना साधा। देश को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने ट्वीट किया। ट्वीट के जरिए राहुल ने कहा कि “मोदी सरकार ने विदेश और रक्षा नीति को देशीय राजनैतिक हथकंडा बनाकर हमारे देश को कमजोर कर दिया है। भारत इतना असुरक्षित कभी नहीं रहा।”