अंबाला : आज बुधवार को भारतीय वायुसेना में राफेल विमान शामिल हो चुके हैं। राफेल के शामिल होने से पहले सभी धर्मों के गुरुओं ने यहां पर पूजा की और विधिवत रूप से राफेल को शामिल किया गया।
इस दौरान धर्मगुरुओं ने शांति की दुआ मांगी, साथ ही देश के जवानों की सलामती की प्रार्थना की। अंबाला वाटर कैनेन से सलामी के बाद राफेल विमानों को वायुसेना के बेड़े में शामिल कर लिया गया है।
राफेल के स्वागत के इस ऐतिहासिक लम्हे को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांसिसी रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने एक साथ देखा। इनके अलावा इस कार्यक्रम में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, वायुसेनाध्यक्ष आरकेएस भदौरिया सहित अन्य लोगों ने भी हिस्सा लिया।
राफेल से पहले स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान तेजस ने भी अंबाला एयरबेस में फ्लाईपास्ट किया।
राफेल इंडक्शन सेरेमनी के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संबोधन करते हुए कहा वायुसेना में राफेल का शामिल होना एक ऐतिहासिक क्षण है। इस अवसर पर मैं अपनी आर्म्स फोर्सिज सहित सभी देशवासियों को बधाई देता हूं। हम दोनों ने एक दूसरे को समझा है। फ्रांस और भारत के रिश्तों पर उन्होने कहा की भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक भागीदारी है जो समय के साथ मजबूत हो रही है।
राजनाथ सिंह से आगे कहा कि मजबूत लोकतंत्र के प्रति हमारी आस्था और सम्पूर्ण विश्व में शांति की कामना, हमारे आपसी संबंधो के आधार हैं। राफेल इंडक्शन पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा और कड़ा संदेश है, खासकर हमारी संप्रभुता पर नजर रखने वालों के लिए। हमारी सीमाओं पर हाल के दिनों में जो तनाव का माहौल बना है, ऐसे समय पर ये इंडक्शन अहम है।