भोपाल 15 जुलाई 2021
नागरिकों को शुद्ध एवं पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है। इस जिम्मेदारी को पूरी मुस्तैदी के साथ निभाया जाए। ग्वालियर में पेयजल संकट को देखते हुए ककैटो, पहसारी से तिघरा जलाशय में पानी लाने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जाए। प्रदेश के जल संसाधन, मछुआ कल्याण मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने नगर विकास की समीक्षा बैठक में यह बात कही।
नगर निगम द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक गुरूवार को मोतीमहल के मानसभागार में आयोजित हुई। बैठक में विकास कार्यों के साथ-साथ पेयजल, स्वच्छता, वृक्षारोपण के साथ-साथ कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन नागरिक करें, इस पर विस्तार से समीक्षा की गई। गुरूवार को यहां मोतीमहल स्थित मानसभागार में आयोजित हुई बैठक में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री भारत सिंह कुशवाह, सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर, पूर्व मंत्री श्री अनूप मिश्रा, पूर्व मंत्री श्रीमती इमरती देवी, पूर्व मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह, पूर्व विधायक श्री रमेश अग्रवाल, पूर्व विधायक श्री रामबरन सिंह गुर्जर, भाजपा जिला अध्यक्ष शहर श्री कमल माखीजानी, ग्रामीण अध्यक्ष श्री कौशल शर्मा, पूर्व ग्रामीण अध्यक्ष भाजपा श्री वीरेन्द्र जैन, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि श्री मोहन सिंह राठौर सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण और अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने समग्र स्वच्छता अभियान की समीक्षा के दौरान कहा है कि स्वच्छता के क्षेत्र में ग्वालियर नं. 1 बने, इसके लिये स्वच्छता को जन अभियान बनाया जाए। इस अभियान से जन – जन को जोड़ने के लिये समाज के विभिन्न वर्गों से चर्चा कर स्वच्छता अभियान से उन्हें जोड़ें। प्रभारी मंत्री ने यह भी कहा कि ग्वालियर के एक दल को इंदौर शहर देखने के लिये भेजा जाए। इंदौर स्वच्छता में एक बार नहीं बल्कि 4 बार देश का स्वच्छ शहर होने का गौरव प्राप्त कर चुका है। इंदौर में किस प्रकार से स्वच्छता के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है उसको यहां का दल देखे और इंदौर की तर्ज पर ही ग्वालियर को भी स्वच्छता के क्षेत्र में श्रेष्ठ बनाने के लिये पूरी शिद्दत के साथ कार्य किया जाए।
प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा है कि पेयजल की आपूर्ति के लिये ककैटो, पहसारी से तिघरा जलाशय में पानी लाने का कार्य नगर निगम एवं जल संसाधन विभाग समन्वित रूप से करे। इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता पर पूरा किया जाए। इसके साथ ही शहर में स्थापित ट्यूबवेलों के संधारण पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। शहर के साथ-साथ नगर निगम के ग्रामीण क्षेत्र के वार्डों में भी पेयजल की आपूर्ति बाधित न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। प्रभारी मंत्री ने नगर निगम में शामिल 35 पंचायतों के पंप ऑपरेटरों के वेतन भुगतान की कार्रवाई भी 15 दिन में करने के निर्देश दिए। उन्होंने अमृत परियोजना के तहत भी पेयजल के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों को तेजी के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए।
प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने पर्यावरण संरक्षण के लिये अधिक से अधिक वृक्षारोपण की बात भी कही। केन्द्र सरकार एवं प्रदेश सरकार द्वारा गरीबों को पाँच माह का जो नि:शुल्क खाद्यान्न उपलब्ध करराया जा रहा है उसका वितरण पूरी पारदर्शिता के साथ किया जाए। हर पात्र व्यक्ति को नि:शुल्क 5 माह का खाद्यान्न मिले, यह सुनिश्चित करें। खाद्यान्न वितरण में गड़बड़ी करने वालों को जेल भेजने की कार्रवाई की जाए। गरीबों के खाद्यान्न वितरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त न की जाए।
प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने बैठक में शहर के विभिन्न बांधों के संबंध में भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि वीरपुर, हनुमान बांध को पुनर्जीवित करने की दिशा में कार्य किया जाए। बांधों पर जो अतिक्रमण है उसको हटाने के लिये कार्रवाई जिला प्रशासन एवं नगर निगम करे। प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने यह भी निर्देश दिए कि जनप्रतिनिधियों के माध्यम से प्राप्त महत्वपूर्ण सुझावों पर अमल किया जाए। जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए प्रस्तावों को पूरी गंभीरता से अमल में लाया जाए, जिन प्रस्तावों पर कार्रवाई संभव नहीं है उसकी कारण सहित जानकारी भी जनप्रतिनिधियों को उपलब्ध कराई जाए।
अमृत परियोजना एवं स्मार्ट सिटी परियोजना का अवलोकन करेंगे
प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने बैठक में कहा कि अगले भ्रमण के दौरान अमृत परियोजना एवं स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शहर में किए जा रहे कार्यों को जनप्रतिनिधियों के साथ भ्रमण कर देखेंगे और उसकी समीक्षा भी करेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों ही योजनायें ग्वालियर के विकास के लिये अति महत्वपूर्ण योजनाएँ हैं। इन योजनाओं का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से किया जाए ताकि आने वाले दिनों में ग्वालियर शहर के नागरिकों को बेहतर सुविधायें उपलब्ध हो सकें।
एक हजार बिस्तर के अस्पताल का अवलोकन
प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने ग्वालियर भ्रमण के दौरान गुरूवार को एक हजार बिस्तर के अस्पताल के निर्माण कार्य का भी अवलोकन किया। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 की तीसरी लहर की संभावनाओं को देखते हुए 500 बैड का अस्पताल तैयार करने का कार्य 31 अगस्त तक किया जाए। एक हजार बिस्तर के निर्माण के कार्य को पूरी गति के साथ किया जाए ताकि न केवल ग्वालियर बल्कि ग्वालियर अंचल के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध हो सकें। प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने यह भी निर्देश दिए कि एक हजार बिस्तर के अस्पताल के निर्माण के पशचात चिकित्सक, पैरामेडीकल स्टाफ एवं अन्य स्टाफ की जो आवश्यकता पड़ेगी उसका विस्तृत प्रस्ताव शासन को भेजें ताकि उस पर शीघ्रता से स्वीकृति और कार्रवाई हो सके।