भोपाल : चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा है कि भोपाल को कोरोना कर्फ्यू से मुक्त करने के लिए अगले 7 दिन महत्वपूर्ण रहेंगे। उन्होंने जनता से अपील की है कि इन 7 दिन में कोई घर से न निकले। होम आइसोलेशन वाले मरीज घर पर ही रहें। आत्म-अनुशासन और संयम से ही भोपाल को कोरोना संक्रमण से रोका जा सकता है। श्री सारंग ने रविवार को नये पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिस, प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों के साथ कोरोना संक्रमण रोकने के लिए विचार-विमर्श किया।
वार्ड स्तर पर होगी मॉनिटरिंग
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि वार्ड स्तर पर मॉनिटरिंग की जाये। इसके लिये माइक्रो टीम बनाकर और माइक्रो एरिया बाँटकर काम किया जाये। वार्ड वाइज होम आइसोलेशन वाले मरीजों की मॉनिटरिंग हो। एसडीएम, सीएसपी और नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर टीम बनाकर कार्य करें। कोरोना संक्रमण के 20 से अधिक पॉजिटिव मरीज वाले स्थान को रेड, 10 से 20 वाले को ऑरेंज, 5 से 10 वाले को यलो और 5 से कम पॉजिटिव मरीज वाले स्थान को ग्रीन जोन में चिन्हित करें।
फर्स्ट वेब की तरह कांटेक्ट ट्रेसिंग होगी
श्री सारंग ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जिस प्रकार फर्स्ट वेव में पॉजिटिव मरीज के घर पर स्टीकर लगाकर लोगों को जागरूक किया जाता था, उसी प्रकार का अभियान चलाया जाये। उनके कांटेक्ट में आये लोगों की ट्रेसिंग सुनिश्चित की जाये। उनके आस-पड़ोस के लोगों को भी सजग किया जाये।
टोल-फ्री नम्बर 1075 पर दें सूचना
श्री सारंग ने कहा कि टोल-फ्री नंबर 1075 पर लोग पॉजिटिव मरीज के घूमने-फिरने या घर से निकलने की सूचना दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगले 2 दिन में होम आइसोलेशन वाले मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी टीम द्वारा ली जायेगी। एक-एक व्यक्ति का फिजिकल वेरीफिकेशन होगा।
लापरवाही करने पर सीसीसी में किया जायेगा शिफ्ट
श्री सारंग ने कहा कि पॉजिटिव केस वाले मरीजों द्वारा कोरोना आचरण संहिता का पालन नहीं करने पर उन्हें कोविड केयर सेंटर अथवा हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जायेगा। साथ ही छोटे घर वाले पॉजिटिव मरीजों को भी कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट करने का अनुरोध किया जायेगा, ताकि उनके परिजन उनसे संक्रमित न हों।
वार्ड में होगी क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि टेस्टिंग की संख्या भी बढ़ाई जायेगी। उन्होंने कहा कि वार्ड प्रभारी क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ बैठक करें। उन्होंने कहा कि इस भीषण संक्रमण को रोकने के लिए माइक्रो कंटेन्टमेंट जोन बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि टॉप 10 वार्ड जहाँ केसेस ज्यादा आ रहे हों, वहाँ सख्ती की जाये।
ग्रामीण क्षेत्र पर भी रहेगी निगाह
श्री सारंग ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में 31 मई तक प्रत्येक घर में जाकर मेडिकल किट की उपलब्धता और टेस्टिंग सुनिश्चित की जायेगी। संकट प्रबंधन समिति के साथ समाज के लोगों को इससे निपटने के लिए सहयोग करना होगा। पूरी टीम और लोगों के सहयोग से ही कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है।
जनता पुलिस और प्रशासन का सहयोग करे
श्री सारंग ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये पुलिस और प्रशासन मुस्तैदी के साथ लगे, जिससे अगले 7 दिन में कोरोना संक्रमण पर लगाम लगा सके और 1 जून से भोपाल को रिओपन किया जा सकें। जनता इसके लिये पुलिस और प्रशासन का सहयोग करे। यह उन्हीं की सुरक्षा के लिये आवश्यक है।
बैठक में यह रहे मौजूद
बैठक में प्रमुख सचिव खाद्य श्री फैज अहमद किदवई, कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया, पुलिस महानिरीक्षक श्री इरशाद वली, नगर निगम आयुक्त श्री के.व्ही.एस. चौधरी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विकास मिश्रा, स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आदित्य सिंह और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।