इन्दौर : इंदौर स्वच्छ सर्वेक्षण में पांच बार देश में नंबर वन शहर बना है इसके साथ ही इंदौर में टेचिंग ग्राउण्ड में जिस तरह से कचरे का निपटान व रिसायकिलिंग कर किया गया है, इसे देखने आज प्रदेश सरकार विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर श्री रामेश्वर दयाल शर्मा, व भोपाल निगमायुक्त श्री केवीएस चैधरी व अन्य द्वारा टेचिंग ग्राउण्ड, चोइथराम सब्जी मंडी में स्थित बायोगैस प्लांट का निरीक्षण किया गया। इसके पश्चात कलेक्टर मनीष सिंह, निगमायुक्त प्रतिभा पाल द्वारा प्रोटैम स्पीकर शर्मा से रीजनल पार्क में सौजन्य भेंट कर इंदौर में कचरा निपटान पर किये गये कार्यो के संबंध मं विस्तार से चर्चा की गई, इस पर प्रोटैम स्पीकर ने कहा कि इंदौर ने कचरे का निपटान बहुत ही बेहतर तरीके से किया है। इस अवसर पर अपर आयुक्त संदीप सोनी, अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा, प्रोटेम स्पीकर शर्मा के विधानसभा के वरिष्ठजनो व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
विधानसभा के प्रोटैम स्पीकर रामेश्वर दयाल शर्मा, भोपाल निगामयुक्त केवीएस चैधरी, प्रोटेम स्पीकर शर्मा के विधानसभा के वरिष्ठजनो द्वारा सर्वप्रथम टेचिंग ग्राउण्ड स्थित प्लांट का अवलोकन किया गया, इस अवसर पर प्रोटेम स्पीकर शर्मा ने पूछा कि किस तरह से यहां पर गीले व सूखे का कचरे का निपटान किया जा रहा है। इस पर अपर आयुक्त सोनी ने बताया कि इंदौर में डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहनो व बल्क कनेक्शन के माध्यम से गीले कचरे का संग्रहण किया जाता है जिसे पहले कचरा ट्रांसर्फर स्टेशन के माध्यम से टेचिंग ग्राउण्ड में लाया जाता है और यहां पर गीले कचरे से जैविक खाद का निर्माण किया जाता है। इसके साथ ही टेचिंग ग्राउण्ड स्थित ड्राय वेस्ट प्लांट में शहर से संग्रहित सुखे कचरे में से 12 से अधिक प्रकार के सुखे कचरे को अलग-अलग करके रिसायकिलिंग करने व अन्य तरह से निपटान करने पर कार्य किया जाता है। उन्होने यह भी बताया कि पूर्व में यहां पर कचरे के ढेर हुआ करते थे, जिसका निपटान कर अब यहां पर उद्यान का निर्माण किया गया है। इसके पश्चात दल द्वारा चोइथराम सब्जी मंडी स्थित बायोगैस प्लांट का अवलोकन किया गया। प्रोटेम स्पीकर शर्मा ने इस अवसर पर उनकी विधानसभा के वरिष्ठजनो को बताया कि इस प्लांट में किस प्रकार से मंडी से संग्रहित गीले कचरे से बायोगैस का निर्माण किया जा रहा है।
प्रोटेम स्पीकर शर्मा ने कहा कि मेरी विधानसभा क्षेत्र में कचरे का बहुत ज्यादा मात्रा में संग्रहण होकर कचरे का अंबार लग गया है, जिसके कारण आस-पास के क्षेत्रो में बदबु आने के साथ ही क्षेत्र के आस-पास के भू-जल में भी प्रदूषित हो गया है। इसके लिये इंदौर के माॅडल को ध्यान में रखते हुए कचरे के रिसायकिलिंग कर कार्य किया है, इंदौर ने बहुत ही अच्छा कार्य किया है। भोपाल में भी कार्य इसी तर्ज पर कार्य किया जावेगा, ताकि कचरे का सदुपयोग किया जा सके, कचरा मुसीबत नही बने व बेहतर तरीके से निपटान हो सके। भोपाल में भी इंदौर के माॅडल पर योजना बनाकर कार्य किया जावेगा, जिससे कि कचरे का निपटान के साथ ही शहर की सुंदरता व खुबसुरती को बरकरार रखा जा सके।