Leave Encashment : प्राइवेट कर्मचारियों की होगी बल्ले बल्ले, अब छुट्टियों के मिलेंगे 20 हजार रुपए

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Leave Encashment : हर प्राइवेट नौकरी कंपनी में छुट्टी तो मिलती ही है। इसमें कुछ छुट्टियां ऐसी होती हैं, जिन्हें खर्च न करने पर कर्मचारी को उन छुट्टियों के बदले पैसा दे दिया जाता है। इसको Leave Encashment कहा जाता है। सैलरी स्ट्रक्चर में सभी कर्मचारियों को एचआर द्वारा जानकारी दी जाती है कि सालभर में उन्हें कितनी छुट्टियां मिलेंगी और कितनी को वो कैश करा सकते हैं। यानि कितनी छुट्टियों के बदले आपको पैसा मिलेगा। ऐसे में आपको अपनी छुट्टियों के बारे में पूरी जानकारी होना बहुत जरुरी है कि सालभर में अधिकतम कितनी छुट्टियों को कैश करवाया जा सकता है। जिससे आपको फायदा हो सके।

जानकारी के लिए बता दें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2023 में तकनीकी, इनोवेशन, आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की है। इस बजट में लगभग हर वर्ग के लोगों को राहत देने की कोशिश की है। आपको बता दें कि, प्राइवेट नौकरी करने वालों के लिए सरकार ने इस बार बजट में सौगात दी है। इसमें उन्होंने लीव एनकैशमेंट में बड़ा बदलाव कर प्राइवेट कर्मचारियों को राहत दी है।

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क्या होता है Leave Encashment?

आपको बता दें कि, नौकरी के दौरान कर्मचारियों को कई तरह की छुट्टियां मिलती हैं। इनमें Casual Leave, Sick Leave, Paid Leave आदि कई तरह की छुट्टियां शामिल होती हैं। इनमें से कुछ छुट्टियां अगर तय समय में नहीं ली जाती है तो वो खत्म हो जाती है और कुछ छुट्टियां हर साल जुड़ती रहती हैं। जब कोई कर्मचारी नौकरी बदलता है या फिर रिटायर होता है तो जो छुट्टियां हर साल जुड़ती जाती है। लेकिन आप उन बची हुई छुट्टियों को कंपनी से कैश करवा सकते है यानि की इन छुट्टियों के भी पैसे ले सकते हैं। इसे ही लीव इनकैशमेंट कहा जाता है।

हालांकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में प्राइवेट नौकरी करने वाले लोगों के लिए Leave Encashment में राहत देने की कोशिश की है। वित्त मंत्री ने कहा कि गैर-सरकारी वेतन भोगी कर्मचारियों यानि प्राइवेट एम्पलॉयज को लीव इनकैशमेंट में टैक्स छूट का फायदा 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये करने का प्रस्ताव रखा गया है। मान लीजिए अगर कोई व्यक्ति 30-35 साल के लिए छूट का विस्तार करता है, तो यह सालाना 20,000 रुपये से ज्यादा हो जाता है।

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