इंदौर : महापौर पुष्यमित्र भार्गव एवं आयुक्त हर्षिका सिंह ने बताया कि आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा ग्लोबल हाऊसिंग टेक्नोलॉजी चेलेंज-इण्डिया के प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत लाइट हॉउस प्रोजेक्ट की 1024 आवासीय इकाइयों का माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा लोकार्पण दिनांक : 05 अक्टूबर 2023, गुरुवार दोप. 3.15 को जबलपुर से वर्चुअल किया जाना प्रस्तावित है ।
उक्त समारोह के अंतर्गत इंदौर शहर में निर्मित लाइट हॉउस प्रोजेक्ट – गुलमर्ग परिसर 2, ग्राम कनाड़िया, में दोप. 2.30 से 3.15 तक किया जाएगा एवं जबलपुर से माननीय प्रधानमंत्री जी का लाइव प्रसारण किया जाएगा। इस अवसर पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव, मान सभापति, समस्त महापौर परिषद, पार्षद, हितग्राही एवं अन्य उपस्थित रहेंगे।
इंदौर स्थित लाइट हाउस प्रोजेक्ट की जानकारी
प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत निर्माणाधीन आवासीय इकाईयों के निर्माण कार्य की गुणवत्ता को और बेहतर करने तथा कार्य में गति लाने के दृष्टिगत भारत सरकार द्वारा ग्लोबल हाऊसिंग टेक्नोलॉजी चेलेंज-इण्डिया का आरंभ किया गया है, जिसके अंतर्गत लाईट हाउस प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन हेतु देश भर से चयनित 06 शहरों में देश के सबसे स्वच्छ शहर इन्दौर को शामिल किया गया है।
योजनांतर्गत देश के यशश्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा लाईट हाऊस प्रोजेक्ट के रूप में कनाडिया, इंदौर में अत्याधुनिक Pre-Fabricated Sandwich Panel System टेक्नोलॉजी से राशि रूपये 128.00 करोड़ की लागत से 1BHK के 1024 आवासीय इकाईयों के निर्माण की आधारशिला दिनाक 01 जनवरी 2021 को रखी गयी थी, (प्ले प्रधान मंत्री वीडियो) । इस टेक्नोलॉजी में ड्राई वाल तकनीक का उपयोग होने से दिवारों के निर्माण में पानी का उपयोग न के बराबर होता है तथा सैंडविच पैनल में Expanded Polystyrene का उपयोग किया गया होने से दीवारें वजन में हल्की तथा उष्म एवं ध्वनि अवरोधक होती हैं, जिससे ऊर्जा की कम खपत होती है। योजना को Green रेटिंग हेतु (GRIHA) अंतर्गत 4 Star Rating के लिए पंजीयन कराया गया है।
29.04 स्के. मी. कारपेट एरिया के उक्त 1BHK आवासीय इकाईयों में विद्युत. पेयजल, सीवरेज इत्यादि मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ लिफ्ट, कम्युनिटी हॉल, पार्किंग स्पेस, ग्रीन स्पेस, सॉलिड वेस्ट मनेजमेंट जैसी सुविधाएँ भी प्रदान की जा रही है । लाईट हाऊस प्रोजेक्ट हेतु भारत सरकार द्वारा प्रति आवासीय इकाई रु. 5.50 लाख एवं राज्य सरकार द्वारा प्रति आवासीय इकाई रू. 1.00 लाख अंशदान के रूप में उपलब्ध कराया गया है इस प्रकार राशि रु 12.50 लाख की लागत से निर्मित उक्त आवासीय इकाइयों को पात्र हितग्राहियों को मात्र 6.00 लाख रू. में उपलब्ध कराया गया है ।
योजना के क्रियान्वयन के दौरान लाईट हाऊस प्रोजेक्ट का उपयोग विभिन्न शैक्षणिक, संस्थानों द्वारा Live Laboratory के रूप में किया गया है। जिसके अंतर्गत लगभग 700 इच्छुक विद्यार्थियों एवं शोधकर्ताओं द्वारा वर्कशॉप एवं साईट विजिट के माध्यम से प्राजेक्ट में उपयोग टक्नोलॉजी की जानकारी प्राप्त की गई है । इससे लाइट हाउस प्रोजेक्ट में उपयोग तकनीक का देश के अन्य स्थलों में उपयोग से अत्याधुनिक एवं उन्नत तकनीकी को बढ़ावा मिलेगा ।